बालाघाट।
सपा प्रत्याशी अनुभा मुंजारे की गिरफ्तारी को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है।मुंजारे की गिरफ्तारी को लेकर अखिलेश ने भाजपा पर आरोप लगाया है। अखिलेश का कहना है कि हमारे प्रत्याशी को सरकार ने गिरफ्तार किया। भाजपा के डरे हुए प्रत्याशी के इशारे पर ही ये सब हो रहा है। हम लखनऊ से चले साढ़े दस बजे, हम प्रचार करने यहां मंच पर पहुंच गए। लेकिन हमारा प्रत्याशी यहां नहीं पहुंच सका।
अखिलेश यही नही रुके और उन्होंने आगे कहा कि आज यहां उनके प्यार और सम्मान में पहुंचे आप लोगों ने उनकी जीत का संकेत दिया है। ये हमारा, उनका अपमान नहीं ये जनता का अपमान हुआ है। कहीं ऐसा होता हो तो बताओ, अनुवा मुंजारे को मंच चढ़ने से रोकने के लिए गिरफ्तार कर दिया। पिछली बार भी वो जीत गईं थी। इस बार भी वो जीतेंगी।पिछली सरकार के दवाब में प्रशासन ने हरा दिया था। इस बार भी वही उत्साह और जोश हैं। इस बार मशीने संभाल नहीं पाएंगी जितना वोट बालाघाट विधानसभा में अनुभा मुंजारे जी को मिलेंगे।
दरअसल, आज सुबह बालाघाट में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की सभा होनी थी, लेकिन इसके पहले ही सपा प्रत्याशी अनुभा मुंजारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी से सपा समर्थकों में आक्रोश व्याप्त हो गया और वे थाने के बाहर पहुंच गए और जमकर नारेबाजी करने लगे। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी गौरीशंकर बिसेन पर आरोप लगाया और कहा कि चुनाव में हार के डर से उन्होंने पुलिस कार्रवाई कराई है।
ये है पूरा मामला
पुलिस के अनुसार सपा प्रतयाशी अनुभा मुंजारे के खिलाफ कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। 2013 चुनाव में आचार संहिता के उल्लंघन के दो मामलों में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनकी कोर्ट से जामानत होगी। मुंजारे शहर में ईद मिलादुनबी के जुलूस का स्वागत करने काली पुतली चौक पहुंची थी| जहां अनुभा मुंजारे को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह मामला कोर्ट में चल रहा था कोर्ट ने 16 नवम्बर को वारंट जारी किया, जिसके चलते अनुभा मुंजारे को धारा ipc की धारा 188 के तहत आज गिरफ्तार किया गया| वही दूसरी तरफ अनुभा के पति कंकर मुंजारे बालाघाट जिले के बैहर विधानसभा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी है और आज ही लालबर्रा में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अधयक्ष अखिलेश यादव की आमसभा भी है। अखिलेश की सभा से पहले ही मुंजारे की गिरफ्तार पर समर्थक नाराज है| वहीं अनुभा मुंजारे ने इस कार्रवाई पर गौरीशंकर बिसेन पर सीधा आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मुझे पांच साल में क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया, 2013 के मामले में अब गिरफ्तारी होना मेरे खिलाफ साजिश का परिणाम है।