बालाघाट,सुनील कोरे। विगत 12 फरवरी की सुबह आंगनबाड़ी आने के बाद एकाएक लापता 5 वर्षीय मासुम बालक राजवीर पिता विनोद लिल्हारे का शव दो दिन बाद नाले में मिला। चूंकि शव खराब हो चुका था। जिससे संभावना जताई जा रही है कि जिस दिन राजवीर लापता हुआ था, उसी दिन उसकी मौत हो गई थी। अब बड़ा सवाल यह है कि बालक राजवीर की नाले में डूबने से मौत हुई है? या फिर उसकी हत्या की गई है?
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दो दिन से लापता बालक के शव को सबसे पहले पास ही क्रिकेट मैदान में आये खिलाड़ियों ने नाले में देखा और इसकी जानकारी दी। जानकारी मिलने के बाद आयुष मंत्री, पूर्व सांसद कंकर मुंजारे सहित पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ, एसडीएम के.सी. बोपचे, सीएसपी अपूर्व भलावी, लांजी एसडीओपी दुर्गेश मार्को सहित भरवेली, कोतवाली और बैहर थाना प्रभारी सहित थाने का अमला एवं ग्रामीण बड़ी संख्या में वहां मौजूद था।
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नाले में बालक का शव तैरती हालत में मिला। जहां से पुलिस ने शव बरामद कर उसे पीएम के लिए भिजवाया गया। घटनास्थल की फॉरेंसिंक टीम प्रभारी गौतमा मेश्राम द्वारा जांच की गई। वहीं बालक का पीएम चिकित्सीय टीम द्वारा करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। घटना के बाद से गांव में मातम का माहौल है। वहीं इस घटना ने आंगनबाड़ी आने वाले मासुम बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिये है। जबकि मामले में पुलिस बिना पीएम रिपोर्ट के कुछ भी कहने से बच रही है।
ग्राम के बालक के निधन पर आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे ने शोक जताते हुए कहा कि बालक की मौत कब, कैसे हुई यह जांच का विषय है मामले की पूरी निष्पक्ष जांच की जायेगी। जबकि पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने मंत्री के गृह ग्राम में बालक की मौत को गंभीर मामला बताते हुए परिजनों को आर्थिक सहायता और मामले की गंभीरता से जांच किये जाने की बात कही है।
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गौरतलब हो कि आयुष मंत्री के गृहग्राम बघोली निवासी विनोद लिल्हारे का इकलौता पूर्व राजवीर लिल्हारे, 12 फरवरी को आंगनबाड़ी आया था। जहां से वह एकाएक लापता हो गया। जिसकी जानकारी परिजनों ने भरवेली पुलिस को दी थी। चूंकि आयुष मंत्री के गृहग्राम में बालक के लापता होने की जानकारी को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने 12 फरवरी की दोपहर 1 बजे के आसपास मिली सूचना के बाद दोपहर और पूरी रात उसकी पतासाजी के लिए प्रयास किया। जबकि दूसरे दिन 13 फरवरी को पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ, स्वयं गांव पहुंचे और उन्होंने इस मामले में परिजनों, ग्रामीणों और लोगों से पूछताछ की। इस दौरान पुलिस को एक बालक से पता चला कि उसे नाले के पास खेलता देखा गया था। जिसके बाद पुलिस ने नाले के उतार वाले भाग की ओर छानबीन की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला।
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तीसरे दिन घटनास्थल से सौ मीटर दूर, नाले के अपस्ट्रीम पर मिला शव
पुलिस नाले के डाउन पर बच्चें को तलाश कर रही थी, लेकिन तीसरे दिन बच्चे का शव नाले के अप स्ट्रीम पर मिला है। जिससे भी बच्चों की मौत को लेकर सवाल खड़े हो रहे है कि आखिर यह हादसा या हत्या? बहरहाल पुलिस का कहना है कि मामले की पूरी तरह से हर पहलुओं पर जांच की जा रही है।