Balaghat Strike News : मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में स्वास्थ्य विभाग के आधा सैकड़ा के करीब कामों को करने के बावजूद आधी प्रोत्साहन राशि से आर्थिक शोषण का शिकार हो रही आशा और सहयोगिनी बहनों की हड़ताल 28 दिसंबर को छटवे दिन भी जारी रही। पूरी प्रोत्साहन राशि और नियमितिकरण की मांग पर अड़ी आशा और सहयोगिनी बहनों ने 28 दिसंबर बुधवार को रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगो के निराकरण की मांग की।
गौरतलब है कि आशा एवं सहयोगिनी के हड़ताल मे चले जाने से स्वास्थ्य विभाग से संबंधित प्रमुख कार्य आयुष्मान सर्वे, कोविड वेक्सीनेशन, एम.आर. सर्वे, मच्छरदानी वितरण, टी.बी. केस, जे.एस. वाय, एच.बी.एम.सी. मिजल्स, बुस्टर, आयरन सुक्रोज, परिवार नियोजन एल.टी.टी., सी.टी.टी., एन.एस.व्ही सहित अन्य काम ठप्प पड़ गये है।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद आशा और सहयोगिनी बहनों की हड़ताल ने जिले में स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य केन्द्रो में ताले लटके है तो आमजनो तक स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर जाने वाली बहनों के हड़ताल में होने से पूरी व्यवस्था चरमरा गई है।
आर्थिक समस्या से जूझ रही है बहने
आशा कार्यकर्ता एवं सहयोगिनी संघ जिलाध्यक्ष सुशीला वट्टी के नेतृत्व में विगत 23 दिसंबर से अस्पताल परिसर में आशा और सहयोगिनी बहने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी है। जिलाध्यक्ष सुशीला वट्टी का कहना है कि जब तक शासन, प्रशासन और विभाग हमारी मांगो पर ध्यान नहीं देता है, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि जिला स्तर से ही विभाग द्वारा उन्हें कार्यो के तहत मिलने वाली प्रोत्साहन राशि को पूरा नहीं दिया जाता है, आधी राशि काट ली जाती है, ऐसे में काम के बावजूद पूरी राशि नहीं मिलने से बहने आर्थिक समस्या से जूझ रही है।
जिम्मेदारों पर कार्रवाई का दिलाया भरोसा
उन्होंने कहा कि विगत दिनों आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे को भी ज्ञापन सौंपा गया था। जिसमें एक सप्ताह के भीतर उन्होंने प्रोत्साहन राशि को पूरा दिलाने और जिम्मेदारो पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया था। उस पर भी अमल होता नहीं दिखाई दे रहा है। जिससे लगता है कि आशा और सहयोगिनी बहनों की समस्याओं को लेकर शासन, प्रशासन और विभाग गंभीर नहीं है। जिससे आक्रोशित होकर आज आंदोलन के छटवे दिन वह जिला प्रशासन को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपने रैली के माध्यम से पहुंचे थे। जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती है तब तक हमारा आंदोलन निरंतर जारी रहेगा।
बालाघाट से सुनील कोरे की रिपोर्ट