Road Accident: ट्रक ने बाइक सवारों को मारी टक्कर, मौके पर तीनों की मौत, चालक फरार

Pooja Khodani
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बालाघाट, सुनील कोरे। कोरोना कर्फ्यू (C(orona Curfew) में आवश्यक वाहनों को ही मार्ग पर आवागमन में छूट दी गई है, बावजूद इसके सड़क हादसे (Road Accident) के मामले सामने आ रहे है। ताजा मामला बालाघाट से सामने आया है, यहां शनिवार की शाम बालाघाट-नैनपुर राज्य मार्ग में धापेवाड़ा और कुम्हारी के बीच ट्रक की चपेट में आये तीन युवकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

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घटना (Road Accident) इतनी विभत्स थी कि तीनों युवको के शव पहचान नहीं आ रहे थे। हादसे में मरने वालो में दो सगे भाई और साथी युवक शामिल है। हालांकि बाद में कुम्हारी सरपंच के शवो की शिनाख्ती के बाद उनकी पहचान हो सकी। घटना के बाद से ट्रक चालक फरार है। घटना उपरांत घटनास्थल पर लोगों का जमावड़ा लग गया। घटना की जानकारी लगते ही कोतवाली पुलिस (Balaghat Police) अमला घटनास्थल पहुंचा और शव पंचनामा कार्यवाही कर मृतकों के शवों को पीएम के लिए जिला चिकित्सालय भिजवाया।

बताया जाता है कि 15 मई शनिवार को बड़ी कुम्हारी निवासी युवक लगभग अजय पिता धरम लिल्हारे, महेश पिता गुंटू सावतकार और सुरेश पिता गुंटू सावतकार शनिवार की शाम गांव से धापेवाड़ा आये थे। जो शाम लगभग 7.30 बजे गांव कुम्हारी जा रहे थे।इस दौरान ही विपरित दिशा से आ रहे 10 चक्का ट्रक क्रमांक एमपी 50 एच 3529 और मोटर सायकिल की भिड़ंत में युवक मोटर सायकिल (Road Accident) ट्रक की चपेट में आ गये, जिनके शरीर से बोरो से लदे ट्रक के गुजरने से उनकी मौत हो गई।

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घटना के बाद मृतकों का शव इतना विभत्स  हो गया था कि उनकी पहचान मुश्किल हो रही थी, हालांकि कुछ समय बाद कुम्हारी सरपंच ने तीनो की मृतकों की पहचान ग्राम निवासी युवकों के रूप में की। इस सड़क हादसे में दो भाईयों के साथ ग्राम के एक अन्य युवक की मौत से पूरे गांव में मातम का माहौल है। वहीं मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस घटना (Road Accident) के बाद से ट्रक छोड़कर फरार हुए चालक की तलाश कर रही है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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