बालाघाट,सुनील कोरे। बालाघाट (congress) जिला पंचायत में अंततः भाजपा के शासन को उखाड़ फेंककर, कांग्रेस ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर कब्जा कर लिया है। कांग्रेस से बागी बनकर अध्यक्ष पद का चुनाव लड़े सम्राट सरस्वार ने अध्यक्ष पद चुनाव में 11 मत लेकर विजयश्री हासिल की है। वहीं अध्यक्ष पद पर कांग्रेस की अधिकृत प्रत्याशी केशर बिसेन को 8 और भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी अनुपमा नेताम को 8 मत मिले।
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जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया में बागी उम्मीदवार सम्राटसिंह सरस्वार को कांग्रेस का अधिकृत प्रत्याशी बताते हुए उन्हें जीत की बधाई दी। वहीं दूसरी ओर जिला पंचायत उपाध्यक्ष पद पर भी कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार दलसिंह पंद्रे को सम्राट गुट के निर्दलीय प्रत्याशी राजा लिल्हारे से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि उपाध्यक्ष चुनाव में सम्राट गुट के निर्दलीय प्रत्याशी राजा लिल्हारे ने भाजपा के डुलेन्द्र ठाकरे को पराजित 7 मतों से पराजित किया। उपाध्यक्ष चुनाव में निर्दलीय राजा लिल्हारे को 14 मत, कांग्रेस प्रत्याशी दलसिंह पंद्रे को 6 मत और भाजपा प्रत्याशी डुलेन्द्र ठाकरे को 7 मत मिले। उपाध्यक्ष चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी राजा लिल्हारे को कांग्रेस के बागी उम्मीदवार सम्राटसिंह सरस्वार के समर्थन का फायदा मिला।
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चूँकि जिला पंचायत चुनाव परिणाम के बाद से ही निर्दलीय प्रत्याशी राजा लिल्हारे ने कांग्रेस को समर्थन कर दिया था, वहीं वह अध्यक्ष के रूप में सम्राट सरस्वार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। एक राजनीतिक सूझबूझ का परिचय देते हुए राजा लिल्हारे, सम्राटसिंह सरस्वार के साथ बने रहे, जिसके प्रतिफल के रूप में उनके पहले ही जिला पंचायत सदस्य के निर्वाचित होने पर उन्हें जिला पंचायत के उपाध्यक्ष जैसे बड़े पद की जिम्मेदारी मिली है।