बालाघाट, सुनील कोरे। लामता में दोहरे प्रेम में युवक की हत्या के मामले का खुलासा हुआ है। एक साल पुराने अंधे हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने प्रेमिका सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
लामता थाना अंतर्गत मुरझड़ में परसवाड़ा एसडीओपी अपूर्व भलावी और लामता थाना प्रभारी दिनेश रावत की टीम ने एक साल पुराने अंधे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाते हुए हत्या के आरोप में मृतक युवक की प्रेमिका सहित उसके प्रेमी और तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार किया है। एक साल पुराने अंधे हत्याकांड मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने में सराहनीय भूमिका निभाने वाली पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी द्वारा 10 हजार रूपये ईनाम दिये जाने की घोषणा की हैं।
इस अंधे हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया कि लामता थाना अंतर्गत मुरझड़ निवासी 21 वर्षीय युवक तरूण डोंगरे नागपुर के होटल में काम करता था। 29 सितंबर 2019 को वो अपने घर आया था और 2 अक्टूबर 2019 को अपने जीजा के साथ पूजापाठ के लिए पत्ते तोड़ने जंगल गया था। जहां वह मोबाइल पर किसी से चैटिंग कर रहा था। जब उसके जीजा ने उसे साथ घर चलने कहा तो उसने जीजा को कहा कि वह चले जाये, कुछ देर बाद मैं घर आ जाऊंगा। लेकिन जब वह घंटों तक घर नहीं पहुंचा तो चितिंत परिजनों ने उसकी तलाश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला था। दूसरे दिन 3 अक्टूबर को युवक तरूण डोंगरे का शव नीम तालाब के पाडन के पास कीचड़ में मिला था, जिसके एक हाथ में उसका मोबाइल था। कीचड़ से युवक का सना शव और मोबाइल पर कोई दाग नहीं होने से पुलिस की नजर में प्रथमदृष्टया ही मामला संदेहास्पद था। जिसके बाद शव को धुलवाकर उसका पीएम करवाया गया। जिसमें उसकी गला दबाने से मौत होने की रिपोर्ट के बाद लामता पुलिस ने मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का अपराध पंजीबद्व कर विवेचना में लिया था।
वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन और निर्देशन में लामता पुलिस ने मृतक के मोबाइल और सायबर टीम की मदद से मुरझड़ निवासी संदेही 23 युवक दिनेश धुर्वे से पूछताछ की तो उसने तरूण की हत्या स्वीकार की। साथ ही हत्या में शामिल प्रेमिका कविता धुर्वे, काका भाई राकेश धुर्वे एवं दोस्त अनिल इनवाती के साथ योजनाबद्व तरीके से करना स्वीकार किया है।
तरूण के साथ-साथ दिनेश से भी प्रेम करती थी युवती
पुलिस की मानें तो प्रेमिका कविता तरूण के साथ-साथ दिनेश से भी प्रेम करती थी, जिसके चलते तरूण को रास्ते से हटाने के लिए अपने प्रेमी दिनेश धुर्वे और उसके साथियों के साथ कविता ने मिलकर योजना बनाई। योजना के तहत कविता ने तरूण को गांव के नीम तालाब के पास बुलाया। जहां पूर्व से ही मौजूद उसके दूसरे प्रेमी दिनेश धुर्वे और उसके साथियों ने तरूण के आंख में मिर्ची झोंककर उसका गमछे से गला घोंट दिया। जिसके बाद उसके शव को छिपा दिया। 2 अक्टूबर की रात योजना अनुसार तरूण के शव को नदी में फेंकना था लेकिन नदी के रास्ते में कोई कार्यक्रम के चलते पकड़ाये जाने के डर से आरोपियों ने लाश को नीम तालाब के पाड़न में फेंक दिया।
पुलिस ने आरोपियों को जेल भेजा
पुलिस की मानें तो आरोपियों द्वारा तरूण की हत्या स्वीकार करने के बाद दर्ज तरूण की हत्या मामले में धारा 201 और 120 बी का इजाफा कर आरोपी 23 वर्षीय दिनेश पिता श्रीचंद धुर्वे, 21 वर्षीय अनिल मंशाराम इनवाती, 20 वर्षीय राकेश पिता धरम धुर्वे, प्रेमिका राघोटोला निवासी 23 वर्षीय कविता पिता किशोर वरकड़े और हत्या के बाद आरोपियों के साथ शव का फेंकने के मामले में सहयोग करने वाले 19 वर्षीय भूपेन्द्र पिता रूपचंद कुंभरे को गिरफ्तार किया है। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद माननीय न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भिजवा दिया गया है।
इनकी भूमिका रही सराहनीय
एक साल पुराने अंधे हत्याकांड को सुलझाने में पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, बैहर एडीएसपी एस.के. मरावी के मार्गदर्शन और परसवाड़ा एसडीओपी अपूर्व भलावी के निर्देशन में आरोपियों को गिरफ्तार करने में लामता थाना प्रभारी दिनेश रावत, सायबर सेल उपनिरीक्षक महेन्द्रसिंह कुशवाहा, प्रधान आरक्षक गौरीशंकर, बखतसिंह, महेलसिंह, राजेश जाटव, आरक्षक विनोद, विश्वजीत, भैयालाल, खुमान, नवीन, भरोषसिंह और संदीप की भूमिका सराहनीय रही।