Balaghat News : मध्यान्ह भोजन में कड़ी-पकौड़ा खाने से स्कूली बच्चों की बिगड़ी हालत, जानें

Amit Sengar
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कटंगी,सुनील कोरे। कटंगी में 7 सितंबर गुरुवार को फूड प्वाइजनिंग का मामला सामने आया है। गर्रा गोसाई गांव के सरकारी स्कूल के बच्चों को मध्यान्ह भोजन (mid day meal) में कड़ी-पकौड़ा परोसा गया है। जिसके खाने के बाद लगभग 57 छात्र-छात्राओं को उल्टी दस्त होने लगी। जिन्हें तत्काल ही ईलाज के लिए कटंगी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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बताया जा रहा है कि कटंगी विकासखंड के शासकीय नवीन माध्यमिक शाला स्कूल गर्रा गोसाई में मिड-डे मील में मीनू के आधार पर गुरूवार को कड़ी पकौड़ा भरोसा गया था। इसे खाने के बाद सभी बच्चों को अचानक से उल्टी दस्त और पेट में दर्द की शिकायत शुरू हो गई। बच्चों की तबियत बिगड़ती देखकर स्कूल प्रबंधन ने माता-पिता को सूचना दी और बीमार बच्चों को कटंगी अस्पताल में भर्ती कराया।

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घटना की जानकारी मिलने पर जिला पंचायत सदस्य केसर बिसेन, एसडीएम कामिनी ठाकुर, एसडीओपी माणिक मणि कुमावत अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने स्कूल में बने भोजन का सैंपल जांच के लिए लिया है। खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. पंकज दुबे की निगरानी में डॉक्टरों की टीम और स्वास्थ्य कर्मी उपचार कर रहे हैं। एसडीएम कामिनी ठाकुर ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग की वजह से 57 बच्चों का स्वास्थ्य स्वास्थ्य बिगड़ा है। उनको भर्ती कर उपचार किया जा रहा है।बच्चों की हालत में सुधार है। भोजन का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है।

वहीं घटना की जानकारी के बाद जिला शिक्षा अधिकारी अश्विन उपाध्याय एवं डीपीसी पी.एल. मेश्राम भी कटंगी पहुंचे और यहां उन्होंने शासकीय अस्पताल कटंगी में भर्ती गर्रागोसाई के विद्यार्थियों के बारे में डॉ. पंकज दुबे से चर्चा करते हुए पूछा की सभी 57 बच्चे स्वस्थ हैं। जिला शिक्षा अधिकारी अश्विन उपाध्याय ने बताया कि मध्यान्ह भोजन के बाद गले में कुछ तकलीफ तथा पेट में दर्द होने के कारण बच्चों को अस्पताल में लाया गया था। यहां ईलाज के बाद सभी बच्चे स्वस्थ हैं।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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