बैतूल, वाजिद खान। रक्तदान को लेकर मध्य प्रदेश के बैतूल ब्लड बैंक ने प्रदेश में रिकार्ड दर्ज कराया है। इस उपलब्धि पर संचालनालय स्वास्थ्य भोपाल के वरिष्ठ अधिकारियों ने खुशी जताई है और बैतूल ब्लॅड बैंक को बधाई प्रेषित की है। कोरोना काल में जब लोग घर से बाहर नहीं आ रहे थे तब बैतूल के रक्तदाताओं ने उत्साह के साथ रक्तदान के लिए आगे बढ़कर इतना रक्तदान किया कि आज बैतूल का नाम प्रदेश के ब्लड बैंकों में टॉप पोजिशन पर पहुंच गया है।
संचालनालय स्वास्थ्य भोपाल ने अप्रैल माह से सितंबर माह के बीच में सभी ब्लड बैंक को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए लक्ष्य दिया था। यह लक्ष्य जनसंख्या के आधार पर दिया जाता है। बैतूल ब्लॅड बैंक को 2125 यूनिट रक्तदान का लक्ष्य दिया गया था। इस लक्ष्य की तुलना में बैतूल ब्लॅड बैंक ने 3471 यूनिट रक्तदान कराया, जिसका 163.34 उपलब्धि प्रतिशत रहा। बैतूल कि बाद प्रदेश में श्योपुर दूसरे नंबर और नरसिंहपुर तीसरे नंबर पर रहा वही भोपाल और जबलपुर सबसे पीछे रहे। आदिवासी बाहुल्य जिला बैतूल मध्य प्रदेश में लक्ष्य पूर्ति में प्रथम नंबर पर आने पर स्वास्थ्य विभाग के लिए सराहनीय माना जा रहा है।
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जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ.अशोक बारंगा का कहना है कि यह उपलब्धि स्वैच्छिक रक्तदाताओं के कारण हमें मिली है। हम रक्तदाताओं का और रक्तदान के लिए प्रेरित करने वाली समितियों, स्वयंसेवियों और ब्लॅड बैंक को श्रेय देते है और इनका आभार व्यक्त करते है कि भविष्य में भी रक्तदान के प्रति हमेशा अग्रसर रहे, जिससे जरूरतमंद मरीजों को नई जिंदगी मिल सके।
कोरोना काल में प्रदेश में ब्लॅड बैंक बैतूल के टॉप आने पर ब्लड बैंक की रक्तकोष अधिकारी डॉ.अंकिता सीते का कहना है कि कोरोना काल में और लॉक डाउन लगने के कारण हम सभी चिंतित थे की रक्त की पूर्ति कैसे होगी लेकिन हमने सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर रक्तदान की अपील की और इसका असर यह हुआ कि रक्तदान के लिए स्वैच्छिक रक्तदाता बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने लगे इनमें नए रक्त दाताओं की संख्या भी काफी ज्यादा रही ।
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वरिष्ठ अधिकारियों ने रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन करने में जो मदद की गई उसके ही कारण बैतूल ब्लॅड बैंक आज पूरे मध्य प्रदेश में नंबर -1 पर आया है। सबसे खास बात बैतूल जिले के रक्तदाताओं की है जो बहुत ही संवेदनशील है और हमेशा रक्तदान के लिए अग्रसर रहते है इसलिए इस उपलब्धि का श्रेय उनकों जाता है। इस उपलब्धि में रक्तदाताओं के साथ-साथ उन संगठनों, समितियों, स्वयंसेवियों का भी विशेष योगदान रहा । बैतूल में रक्तदान के लिए समाजसेवी संस्थाओं और रक्तदाताओं के बीच स्वैच्छिक रक्तदान के लिए अच्छा माहौल है। साथ ही यहां पर जन्मदिन, पुण्यतिथि, शादी की सालगिरह जैसे खास मौकों को खास बनाने के लिए रक्तदान किया जाता है। यह बहुत ही सराहनीय पहल है।
इनका कहना
रक्तकोष अधिकारी, डॉ अंकिता सीते का कहना है कि इस उपलब्धि के लिए बैतूल जिले के रक्त दाताओं को श्रेय जाता है ब्लड बैंक ने कोरोना काल में रक्तदान कराने के लिए सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म का उपयोग किया जिसके कारण नए रक्त दाताओं की संख्या बढ़ी
सिविल सर्जन बैतूल, डॉ अशोक बारंगा का कहना है कि बैतूल में स्वैच्छिक रक्तदान का अच्छा माहौल है यहां के रक्तदाता हमेशा रक्तदान के लिए अग्रसर रहते हैं यही कारण है कि हम मध्य प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहे.
रक्तदाता, विकास मिश्रा का कहना है कि प्रदेश के बड़े जिले भोपाल जबलपुर जैसे जिले आदिवासी बाहुल्य जिला बैतूल से बहुत पीछे हैं बैतूल में हमेशा रक्तदान के लिए युवा और रक्तदाता आगे बढ़कर रक्तदान करते हैं.