Betul News : प्रेम विवाह से गुस्साए परिजनों ने अपहरण कर युवक युवती की पिटाई, युवक की हालत गंभीर, पुलिस ने दर्ज किया मामला

पुलिस अभी इस मामले में और भी लोगों से पूछताछ कर रही है। इस पूरे घटनाक्रम  में पुलिस की भूमिका सराहनीय रही। अगर पुलिस समय पर मौके पर नहीं पहुंचती तो कोई बड़ी वारदात हो सकती थी।

Amit Sengar
Published on -
betul

Betul News : मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में लव मैरिज करने वाले एक प्रेमी युगल को लड़की के परिजनों ने अपहरण करके जान से मारने का प्रयास किया। अपहरण के बाद शादी करने वाले दलित युवक की बेरहमी से पिटाई की गई । पुलिस को समय रहते सूचना मिली तो दोनों को बचा लिया गया। दोनों का जिला अस्पताल में इलाज जारी है। वहीं लड़की के पिता और मामा को गिरफ्तार कर लिया गया है।

क्या है पूरा मामला

बैतूल के जिला अस्पताल में भर्ती दलित युवक शिवम बर्डे नाम के इस युवक के शरीर पर उभरे निशान ये बताने के लिए काफी हैं। कि उसे कितनी बेरहमी से पीटा गया है। पिटाई से शिवम बेसुध सा हो गया है। दरअसल पिछले दिनों शिवम ने एक अन्य समाज की युवती से प्रेम विवाह किया था। दोनों कुछ दिन इंदौर में रहे और फिर वापस बैतूल में किराए का मकान लेकर रह रहे थे। इसकी सूचना जब युवती के परिजनों को मिली तो युवती के पिता और मामा ने मंगलवार की रात दोनो को उनके घर से अगवा किया और फिर बैतूल से कुछ दूर खण्डारा गाँव के पास जंगल में ले जाकर जान से मारने का प्रयास किया। युवती और उसके पति की बेरहमी से पिटाई की गई। दोनों को मार दिया जाता यदि पुलिस समय पर नहीं पहुंचती।

बैतूल में जिस जगह से दोनों को अगवा किया गया था। वहां से लोगों ने पुलिस को तत्काल सूचित किया। बैतूल के दो थानों की टीम तत्काल सर्चिंग में जुट गई और कुछ ही देर में उस जगह पहुंची। जहां दोनों को मारने का प्रयास किया जा रहा था। पुलिस ने युवती के पिता और मामा को गिरफ्तार कर लिया है।

पीड़ित शिवम और ओशिका बेहद डरे हुए हैं। और सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। दोनों बालिग हैं। और उन्होंने आर्य समाज मन्दिर से शादी की है। पुलिस अभी इस मामले में और भी लोगों से पूछताछ कर रही है। इस पूरे घटनाक्रम  में पुलिस की भूमिका सराहनीय रही। अगर पुलिस समय पर मौके पर नहीं पहुंचती तो कोई बड़ी वारदात हो सकती थी।

बैतूल से वाजिद खान की रिपोर्ट


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News