बैतूल, वाजिद खान। शराबबंदी को लेकर आपने बहुत सारे अभियान देखे होंगे लेकिन बैतूल में शराबबंदी को लेकर पुलिस की ब्लू गैंग ने जो अभियान चलाया वो बहुत ही अनोखा है। आपको जानकर हैरानी होगी कि शराब के अड्डे पर शराब पीने गए सुरा प्रेमियों को शरबत पीकर वापस लौटना पड़ा और आगे से शराब ना पीने की कसम भी खानी पड़ी।
दरअसल बैतूल पुलिस ने पिछले दिनों सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिए समाजसेवी महिलाओं और महिला आरक्षकों की एक टीम बनाई है जिसका नाम ब्लू गैंग रखा गया है। ब्लू गैंग का ड्रेस कोड भी ब्लू है। आदतन शराब पीने वाले लोगो की शराब छुड़ाने के लिए ब्लू गैंग बुधवार की शाम बैतूल शहर के मांझी नगर और सदर की सरकारी देशी शराब दुकानों पर नींबू के शरबत की केन लेकर पहुंची। दुकानों के सामने खड़े होकर उन लोगो को शरबत पिलाया गया जिन्होंने शराब पी ली थी या पीने वाले थे। इसके अलावा जो शराब खरीदकर ले जा रहे थे उन्हें भी शरबत पिलाया गया। ब्लू गैंग ने चालीस से पचास लोगों शरबत पिलाकर उन्हें आगे से शराब ना पीने की समझाइश दी और शराब के नुकसान बताए। इस दौरान कुछ लोगों ने खरीदी हुई शराब को डस्टबिन में डाल दिया
शराब के खिलाफ चलाए जा रहे इस अभियान को लेकर ब्लू गैंग का उद्देश्य कि शराब पीने के बाद आमतौर पर परिवार में कलह होती है और कई दूसरे अपराध भी घटते हैं। इसलिए लोगों के बीच उन्हें जागरूक करने इस तरह का अभियान चलाया जा रहा है। सबसे पहले इस अभियान की शुरुआत शहर के सरकारी देशी शराब के अड्डों से की गई। देशी शराब के अड्डों को इसलिए चयनित किया गया यहां पर वह लोग शराब पीने आते हैं जो गरीब तबके के होते हैं और दिन भर मेहनत करके सौ-डेढ़ सौ रुपए कमाते हैं और अस्सी रुपये की शराब पी लेते हैं। देसी शराब के अड्डों के सामने खड़े होकर ब्लू गैंग ने उन लोगों को शरबत पिलाया जो शराब पीने आए थे और कुछ लोग शराब खरीद कर ले जा रहे थे ऐसे लोगों को समझाइश दी तो उन्होंने शराब ना पीने की कसम खाई और खरीदी गई शराब को डस्टबिन में डाल दिया । ब्लू गैंग का कहना है कि शराब से गरीब परिवार बर्बाद हो जाते है और बच्चे पढ़ नही पाते हैं, अगर ये लोग शराब छोड़ देंगे तो उनका परिवार सुखी हो जाएगा। ब्लू गैंग का ये अभियान उन महिलाओं के लिए खुशिया लाने वाला है जिनके पति या परिजन शराब की लत में डूबे हुए हैं।
संतोष पटेल (डीएसपी प्रभारी महिला सेल) का कहना है कि बैतूल पुलिस ने ब्लू गैंग का नवाचार किया था और ब्लू गैंग ने “शराब छोड़ शरबत पिए, 70 साल छोड़ 100 जिए” का नारा बुलंद किया। आज ब्लू गैंग और महिला सेल ने देसी शराब के अड्डे हैं जहां पर मजदूर वर्ग के लोग जो डेढ़ सौ रुपए कमाते हैं और अस्सी रुपये की शराब पी जाते हैं और उसके बाद घर में जाकर लड़ाई झगड़ा करते हैं, उनको हम लोगों ने शरबत पिलाकर बताया कि इस शराब छोड़ें और शरबत पिए। लोगों को जागरूक करने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है।