बैतूल/सारनी। सारणी क्षेत्र में पिछले 10 दिनों से बाघ की दहशत के कारण सारणी नगरी निकाय सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल था। सारनी इलाके में दोबारा दस्तक देने वाले टाइगर को आज फिर ट्रेंकुलाइज कर पकड़ लिया गया है। टाइगर की दहशत से एक बार फिर दो चार हो रहे लोगो को इससे राहत मिली है। आज सतपुड़ा टाइगर रिजर्व ओर स्थानीय वन अमले की 6 घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद अंततः टाइगर को काबू में कर लिया गया है। अब इसे वन विहार भेजा जाएगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक टाइगर के रेस्क्यू के लिए सुबह 5 बजे से लोकेशन पर मुस्तैद हाथी ओर टाइगर रिजर्व की टीम को आखरी साढ़े तीन घण्टो में सफलता मिल सकी है। बताया जा रहा है कि 178 किलो वजनी इस टाइगर ने बेहोशी के पहले एक गाय का शिकार कर चुका हाथी के नज़दीक पहुंचते ही यह हाथी पर ही हमलावर हो चुका था। सूत्र बताते है कि टाइगर को बेहोश करने के लिए 2 बार ट्रेंकुलाइज करना पड़ा। पहले आधे डॉट में टाइगर पर कोई असर नही हुआ था। अधिकारियों के निर्णय के बाद एक फुल डॉट में टाइगर बेहोश ही सका था। हालांकि डीएफओ श्रीमती राखी नंदा ने दो बार ट्रेंकुलाइज से इनकार किया है। फिलहाल इसका नाम नही रखा गया है। इस बार कॉलर आईडी होने की वजह से ज्यादा दिक्कत नही हुई। सूत्र बताते है कि इसे जल्द ही वनविहार भोपाल में छोड़ा जाएगा।