MP News: पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मंत्री मध्य प्रदेश शासन डॉ. गोविंद सिंह ने भिंड जिले के कलेक्टर को भिण्ड जिले में अवैध रेत उत्खनन एवं परिवहन के सम्बन्ध में एक पत्र लिखा। पत्र लिखकर गोविंद सिंह ने कलेक्टर को अवगत कराया कि कुछ दिनों पहले खदानों में अवैध रेत उत्खनन करने वाले ट्रक व ट्रेक्टर ट्रालियों को पकड़ने की कार्रवाई की गई थी। फिर भी दतिया जिले में रेत उत्खनन करने वाले ठेकेदारों द्वारा भिण्ड जिले के सिजरोली गांव से भारी पैमाने पर सिन्ध नदी में पुल बनाकर रेत की चोरी की जा रही है।
पत्र में लिखी ये बात
पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने इस दौरान पत्र में लिखा कि रोजाना रात में करीब 60-70 से ज्यादा 18 चक्का वाले (ओव्हरलोड) हाईवा दतिया जिले से भिण्ड जिले की अमायन एवं लहार इलाके की सीमा से होते हुए ग्वालियर और उप्र के जालौन जिले में जा रहे हैं। साथ ही पत्र में लिखकर कलेक्टर को अवगत कराया कि दतिया जिले की रूहेरा व जरा खदानों से रॉयल्टी चुकाकर भिण्ड जिले की सीमा में सरकारी कार्य, पंचायत के निर्माण कार्य, पीएम आवास निर्माण के साथ ही निजी मकान बनाने वालों को रेत का विक्रय करने से रोककर भिण्ड जिले के विकास कार्यों को रोका जा रहा है।
कई महीनों से की जा रही है वसूली
आगे पत्र पर लिखा कि 16 फरवरी 2024 को जब वो रात 10 बजे के जालौन से वापस लहार आ रहे थे तो भिंड जिले के गांव अन्तियनपुरा के पास 32 ओव्हरलोड हाईवा दिखाई दिए। जहां वाहनों को रोककर प्रतियके हाईवा के लिए 10 हजार रुपए पुलिस, खनिज और राजस्व विभाग के कर्मियों द्वारा रोजाना वसूला जा रहा है। जब डॉ. गोविंद ने अन्तियनपुरा के निवासियों से इस संबंध में जानकारी की तो पता चला कि वसूली कई महीनों से की जा रही है। वहीं, इस तरह की वसूली अमायन की तरफ भी हो रही है।
कार्रवाई करने की मांग
पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद ने आगे लिखा कि भिण्ड जिले के पुलिस, खनिज और राजस्व विभाग के अधिकारियों को लहार, मिहोना और अमायन थाना इलाके में रात में सैकड़ों वाहन रॉयल्टी के बिना निकल रहे हैं वो क्यों नहीं दिखाई देते। इन कर्मियों द्वारा 1-12 वाहनों को पकड़कर खानापूर्ति की जा रही है। वहीं, पूर्व मंत्री गोविंद ने कलेक्टर से उम्मीद जताई है कि अवैध रेत के उत्खनन एवं परिवहन पर कार्रवाई करते हुए जल्द रोक लगाएंगे। साथ ही जिले में रुके हुए विकास कार्यों का रास्ता निकालेंगे।