भोपाल। 23 मई के बाद सियासी महकमों में काफी कुछ बदल गया| एक ओर बीजेपी में जीत का जश्न शुरू हो गया तो वहीं कांग्रेस दफ्तर से लेकर दिग्गजों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी सन्नाटा पसर गया| जो कांग्रेस नेता दिन में करीब 8 से 12 ट्वीट या पोस्ट रोजाना किया करते थे, 23 मई के बाद अब या तो उनके सोशल अकाउंट खाली पड़े हैं या इक्का-दुक्का पोस्ट हैं| दरअसल चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर पार्टियों ने खूब अभियान चलाए,.चौकीदार चोर है से लेकर मैं भी चौकीदार हूं .साथ ही सोशल मीडिया पर खूब बयानों की बौछार हुई| लेकिन चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस के दिग्गज मैदान के साथ ही सोशल मीडिया पर भी खामोश हैं| खामोशी का ये आलम पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से लेकर लोकल नेताओं तक का है|
1- राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष
23 मई को जनादेश स्वीकारने और मोदी सरकार को बधाई के बाद सिर्फ 1 ट्वीट
24 मई को आखिरी ट्वीट में सूरत हादसे पर जताया दुख
24 मई के बाद से सूना पड़ा है राहुल गांधी का ट्वीटर अकाउंट
2- कमलनाथ, सीएम एमपी
सीएम कमलनाथ के सोशल मीडिया प्रोफाइल पर 23 मई को नतीजों के बाद हुआ सिर्फ 5 ट्वीट किए है जिसमे एक ट्वीट शिवराज सिंह को सांत्वना का यही वही एक किसान नेताओ के साथ बैठक का है..
3- ज्योतिरादित्य सिंधिया
23 मई को जनादेश स्वीकारने के बाद सिर्फ 4 ट्वीट
एक ट्वीट में किया वोटर्स का धन्यवाद तो एक में पूर्व सीएम शिवराज के पिता के निधन पर जताया दुख वही 2 अन्य ट्वीट रहे…
4- दिग्विजय सिंह
22 मई को जीत लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने किया था आखिरी ट्वीट
22 मई के बाद सूना पड़ा है दिग्विजय सिंह का सोशल मीडिया अकाउंट
30 मई को भी दिगविजय सिंह ने पीएम मोदी को बधाई संदेश दिया है..
5- अरुण यादव
चुनाव से पहले खंडवा से कांग्रेस प्रत्याशी अरुण यादव करते थे रोजाना 8 से 10 ट्वीट
नतीजों के बाद अरुण यादव ने किए सिर्फ 2 ट्वीट
6- विवेक तन्खा
ट्वीटर पर अक्सर अपनी राय रखने वाले तन्खा भी ट्वीटर पर सुस्त हैं.
अब तक सिर्फ 3 ट्वीट में रखी बात
7- जयवर्धन सिंह
पिता के लिए प्रचार में जयवर्धन पहले रोजाना करते थे 5 से 7 ट्वीट
नतीजों के बाद अब तक सिर्फ 2 ट्वीट में जनादेश स्वीकार कर मुद्दों पर रखी बात..
कांग्रेस के नेताओं का यह रवैया तो यही दिखाता है कि हार के बाद अब नेता आराम करने का मन बना चुकें हैं….तभी तो हर सोशल प्लेटफार्म से दूरी बना ली है..