हंगामे के बाद विधानसभा अनिश्चितकाल के लिये स्थगित, कई विधेयक पारित, कांग्रेस विधायक का धरना

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट।  मध्य प्रदेश विधानसभा (Madhya Pradesh) की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिये स्थगित कर दी गई है। इससे पहले का एक दिवसीय सत्र की शुरुआत में दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने के बाद पांच मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री ने अध्यादेशों/पत्रों को विधानसभा के पटल पर रखा। सामयिक अध्यक्ष द्वारा विधानसभा सदस्यता से त्याग पत्र दे चुके सदस्यों की सूचना सदन को दी गई। वही मध्यप्रदेश विनियाेग विधेयक 2020, वित्त विधेयक 2020 पारित,मप्र साहूकार संशोधन विधेयक, 2020 पारित, मध्यप्रदेश माल और सेवा कर संशाेधन विधेयक 2020 पारित, मध्यप्रदेश नगर पालिक विधि संशाेधन विधेयक 2020 पारित, अनुसूचित जनजाति ऋण विमुक्ति विधेयक, 2020 पारित मध्यप्रदेश वेट संशाेधन विधेयक 2020 पारित किया गया ।

इस दौरान कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के देखते हुए सदन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) के अलावा चुनिंदा मंत्री और विधायक (Ministers And MLA) मौजूद है। विधानसभा के अधिकतर सदस्य वर्चुअल (Virtual) माध्यम से सत्र में शामिल हुए। सत्र शुरू होने से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ ने सामयिक अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा से मुलाकात की।सदन में विधेयक पारित होने के बाद गाेविनद सिंह मुख्य सचेतक कांग्रेस विधायक दल ने तथा नेता प्रतिपक्ष ने चर्चा कराने का अनुरोध किया ।संसदीय कार्य मंत्री ने सर्वदलीय बैठक का उल्लेख किया, वहाँ इन बिन्दुओं पर चर्चा हुई है।वही जैसे ही कांग्रेस विधायक हनी सिंह बघेल ने जयस का मुद्दा उठाया और हंगामा शुरु हो गया।मंत्री ने पिछले दिनों जयस को देशद्रोही संगठन बताया था। पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल हनी ने यह मुद्दा उठाया। सदन में हंगामें के बीच मध्यप्रदेश साहूकार संसोधन विधेयक 2020, अनुसूचित जनजाति ऋण विमुक्ति विधेयक 2020 पारित हो गए। संसदीय कार्यमंत्री ने प्रस्ताव प्रस्तुत किया कि सर्वदलीय बैठक निर्णय के अनुसार सदन कार्यवाही समाप्त की जाए। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कोविड-19 पर जानकारी देने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान से आग्रह किया। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर सदन में जानकारी दी।

सदन में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह का भाषण
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विपक्ष भी कोरोना से निपटने में सहयोग प्रदान करे। *मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हम सब मिलकर इस महामारी से लड़े और उसे परास्त करें। मध्य प्रदेश की स्थिति अन्य राज्यों से बेहतर है। मुख्यमंत्री  चौहान ने बताया कि राज्य में रिकवरी रेट 77% है ।आवश्यक ऑक्सीजन बेड और व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। कोरोना की स्थिति की प्रतिदिन समीक्षा वे खुद कर रहे हैं।23 मार्च से अब तक उपचार और रोगियों की देखरेख के सभी उत्तम प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं.

कांग्रेस विधायक की गांधीगिरी

वही कांग्रेस विधायक सुनीता पटेल गांधीगीरी दिखाते हुए विधानसभा परिसर में स्थापित गांधी की प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठ गई हैं। नरसिंहपुर के गाडरवारा से विधायक सुनीता पटेल ने जिले के एएसपी राजेश तिवारी के खिलाफ मोर्चा खोला है। सुनीता ने आरोप लगाए कि राजेश तिवारी इलाके में अवैध खनन करवा रहे हैं। वे अपनी पद का गलत फायदा उठा रहे हैं, ऐसे में उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाया जाए। अधिकारियों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया जा रहा है , लेकिन वे अपनी मांग पर अडी हुई है ,  महिला पुलिस अधिकारी को उनकी सुरक्षा के लिए लगाया गया है।इधर, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि वहां के लोग क्यों बैठते हैं सबको पता है। वे ज्यादा बात न बढ़ाएं। अगर ज्यादा बात बढ़ेगी तो दूर तक जाएगी। इसके बारे में बाद में बात करेंगे।

हंगामे के बाद विधानसभा अनिश्चितकाल के लिये स्थगित, कई विधेयक पारित, कांग्रेस विधायक का धरना

प्रवेश से पहले विधायकों का टेस्ट

सदन की कार्रवाई शुरू होने से पहले विधानसभा को सैनिटाइज किया गया है। विधानसभा में प्रवेश करने से पहले हर विधायक का कोरोना टेस्ट (Corona Test) भी किया गया है। मंत्रियों और विधायकों को विधानसभा सत्र में अपने निजी सहायक और सुरक्षाकर्मियों को लाने की अनुमति भी नहीं थी। स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के अमले ने विधायकों की थर्मल स्क्रीनिंग (Thermal Screening) कर और उनके शरीर में ऑक्सीजन के स्तर (Oxygen Level In Body) का परीक्षण करने के बाद ही उन्हें मुख्य हॉल में प्रवेश दिया गया। सदन में 16 मंत्री भाजपा के 15 विधायक और कांग्रेस के 22 विधायक मौजूद है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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