भोपाल| मध्यप्रदेश बाल आयोग के पूर्व सदस्य और चाइल्ड एक्टिविस्ट विभांशु जोशी के #SmileyLive अभियान को प्रसिद्ध फ़िल्म कलाकार रज़ा मुराद का भी साथ मिला है, “कोई न रूठे, कोई न छूटे” के मिशन लेकर इस वर्ष 12 अगस्त 2018 को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस से “स्माइली लाइव” अभियान की शुरुआत की गई थी, जो अब निरन्तर आगे बढ़ रहा है| विभांशु जोशी का कहना है कि स्माइली लाइव अभियान के माध्यम से युवाओ में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ेगी और वह विश्व मे शांति और विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। युवा अपनी स्माइली लाइव की सकारात्मक सोच के साथ बच्चो, बुजुर्गों और जरूरतमंद तक “आनंद” को पहुँचा सकेंगे। हमारा मानना है कि मनुष्य के जीवन में दुख तो आते है। परंतु एक पल की स्माइली ऐसे समय मे जीवन बीमा का काम करेगी।
हैपीनेस फ़ॉर आल के विज़न के साथ स्माइली लाइव अभियान लोगो को जीवन में खुश रहने और दूसरों को खुश रखने का संदेश देता है। स्माइली लाइव अभियान लोगो से अनुरोध करता है कि अपनी स्माइली इमोजी को सोशल मीडिया की आभासी दुनिया से निकाल कर व्यवहारिक जिंदगी में भी शामिल करें”। देश मे यह अभियान धीरे धीरे जोर पकड़ रहा है। जोशी का कहना है कि वैसे तो यह स्माइली लाइव अभियान सभी उम्र के लोगो के लिए खुशी का संचार अभियान है। लेकिन हमने इस अभियान में युवाओं की भूमिका को प्रमुख मानते हुए अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस से इसकी शुरूआत की। उन्होंने बताया कि जब 1999 से 2004 तक मुझे दिल्ली में भारत सरकार के “राष्ट्रीय बाल भवन” का बोर्ड मेंबर बनाया गया तब वहाँ देश के हजारों बच्चो को स्माइली बनाकर “सदा मुस्कुराते रहो” लिखकर संदेश दिया। यह संदेश वह बच्चे आज भी याद करते है। अपने उस संदेश से स्वत प्रेरित होकर मेने यह स्माइली लाइव अभियान शुरू किया।
खुश रहना है तो दूसरों को खुश रखो…
विभांशु जोशी का कहना है कि स्माइली एक ऐसी इमोजी है जो सोशल मीडिया में सबसे ज्यादा लोकप्रिय है और इस्तेमाल की जाती है। आज के डिजिटल वर्ल्ड में जब प्रत्येक व्यक्ति “ग्लोबल सिटीजन” बन गया है तब स्माइली इमोजी भाषा के बंधन के बगैर संवाद स्थापित करती है। हम अकेले खुश नही रह सकते इसलिए यदि खुश रहना है तो दूसरों को खुश रखो और वह आपको खुश रखेगा। इस एक मात्र लक्ष्य के साथ #SmileyLive अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें लोग बड़ी तेजी से शामिल हो रहे है जिसमे प्रोफेसर, पत्रकार, लेखक, Senior IAS, Senior IPS, वरिष्ठ नेता, कलाकार और युवा शामिल हो रहे है। बच्चो को भी इस अभियान में शामिल होने में आनंद मिल रहा है। “हमारे चार माह पुराने स्माइली लाइव अभियान का काफिला बढ़ रहा है। अब मैं जहां भी जाता हूँ ज्यादातर लोग मेरी स्माइली लाइव की डिमांड करते है। कई कार्यक्रमों में आयोजको ने अपने कार्यक्रम में मेरे द्वारा युवाओ को “स्माइली प्रतीक” भेंट भी कराए।