भोपाल।
नतीजों से पहले राजनैतिक दलों में बयानबाजी का दौर तेजी से चल रहा है।सत्तापक्ष विपक्ष पर जमकर हमले बोल रहा है। मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री और छिंदवाड़ा के प्रभारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने तो पीसीसी चीफ कमलनाथ को ही खुली चुनौती दे दी है। मंत्री बिसेन का कहना है कि इस बार कमलनाथ अपना गढ़ बचा ले वो बड़ी बात होगी। ये बात मैं स्टांप पेपर पर लिखकर दे सकता हूं। बिसेन के बयान ने प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मचा दिया है। वही कांग्रेस हमलावर हो चली है।
दरअसल, छिंदवाड़ा में 7 विधानसभा सीटे है। 7 विधानसभा सीटों में से 4 पर बीजेपी का कब्जा है। इस पर मंत्री बिसेन ने नाथ को अपने गढ़ में अपनी सीटें बचाने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा है कि मैं स्टांप पेपर पर लिखकर दे सकता हूं कि छिंदवाड़ा में बीजेपी इस बार पिछली बार से ज़्यादा सीटें लेकर आएगी और कमलनाथ के अपना गढ़ बचाना मुश्किल हो जाएगा। बिसेन के इस बयान के बाद कांग्रेस बीजेपी पर जमकर हमले बोल रही है और बदलाव की बात कर रही है। हालांकि बदलाव होगा या नही ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा। लेकिन इससे पहले मंत्री बिसेन का ये चैलेंज कमलनाथ समेत कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रहा है।
बता दे कि छिंदवाड़ा कमलनाथ का गढ़ माना जाता है। वे यहां से 9 बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं।हमेशा से छिंदवाड़ा के विकास मॉडल की खूब चर्चा होती आई है। कमलनाथ ने यहां पर विशाल हनुमान जी की मूर्ति बनवाई है। इसके अलावा उन्होंने स्किल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट भी बनवाया है। यहां पर उन्होंने 56 किमी लंबा रिंग रोड, कॉल सेंटर, मॉडल रेलवे स्टेशन बनवाया है। कांग्रेस ने इस बार छिंदवाड़ा विकास मॉडल के दम पर चुनाव लड़ा है और पूर्व सीएम बाबू लाल गौर ने हाल ही में कमलनाथ के छिंदवाड़ा मॉडल की तारीफ भी की थी।हालांकि उन पर आरोप भी लगते आए है कि वे दिल्ली के नेता हैं, उन्हें मध्य प्रदेश में कोई दिलचस्पी नहीं है।