शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 में चयनित उम्मीदवारों की अपील-युवा रोजगार के लिए परेशान, सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने पर सरकार न करें विचार

शिक्षक भर्ती 2018 के प्रमुख रक्षा जैन तथा रचना व्यास का कहना है कि यदि सरकार बार-बार इस तरह से सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ती है तो इससे प्रदेश के युवाओं का भविष्य अंधकार में चला जाएगा।

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BHOPAL NEWS : एक और युवा शिक्षित बेरोजगार रोजगार के लिए धरना, प्रदर्शन, आंदोलन,भूख हड़ताल,बूट पॉलिश आदि सब कुछ करने के पश्चात भी खाली हाथ बैठा है। वहीं दूसरी ओर सरकार पहले से कार्यरत शिक्षकों की सेवा निवृत्ति की आयु 62 साल से 65 साल करने का मन बना चुकी है। यह कहना है नियुक्ति का रास्ता देख रहे शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 में चयनित उम्मीदवारों का, जिन्हे अब तक नियुक्ति पत्र नहीं मिला है।

मुख्यमंत्री से आवेदन निवेदन

इनका आरोप है कि इसके पूर्व भी एक बार सरकार ने सेवानिवृत्ति की आयु 60 साल से बढ़कर 62 साल की थी। किस तरह बार-बार उम्र दराज सरकारी सेवकों की आयु बढ़ाना देश के युवा बेरोजगारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। लगातार यह अभ्यर्थी मुख्यमंत्री से आवेदन निवेदन आदि करके शिक्षक भर्ती 2018 को पूर्ण करने की मांग कर रहे हैं ऐसे में इस प्रस्ताव के आने पर अभ्यर्थियों के मन में निराशा जाग उठी है।

शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 में चयनित उम्मीदवारों का आरोप 

शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 में चयनित उम्मीदवारों का आरोप है कि यदि आज सभी कर्मचारियों की सेवा वृद्धि कर 65 वर्ष की जाती है तो ओवर एज के कगार पर खड़े युवा शिक्षित बेरोजगार युवाओं के हाथ से शासकीय रोजगार के अवसर तीन वर्ष आगे निकल जाएंगे और उनका सरकारी नौकरी का सपना एक सपना ही बनकर रह जायेगा। यह निर्णय युवा बेरोजगारी का सामना कर रहे उन शिक्षित बेरोजगारों के लिए अवसर समाप्त करने वाला निर्णय होगा। वह योग्य होते हुए भी सरकारी नौकरी का सपना लेकर निजी क्षेत्र में आजीवन संघर्ष करते हुए अपना यह जीवन व्यर्थ गवां देंगे।

युवा बेरोजगारो के साथ साजिश 

शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 में चयनित उम्मीदवारों का आरोप  है कि सेवा वृद्धि मतलब युवा बेरोजगार युवकों के साथ छल कपट कर उन्हें सदा ही बेरोजगार बनाये रखने की एक साजिश हैं। इनका कहना है कि प्राप्त जानकारी के अनुसार 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री के जन्मदिवस के अवसर पर प्रदेश कर्मचारियों की सेवा निवृत्ति आयु समान करने हेतु सेवा वृद्धि 60 वर्ष से 62 वर्ष की गई थी,यहां पर शिक्षक संवर्ग की सेवा निवृत्ति पहले से ही 62 वर्ष थी। चूंकि 2018 चुनावी वर्ष था फिर भी तत्कालीन सरकार को इसका फायदा नहीं हुआ था। और सत्ता पक्ष विपक्षी दल बन कर रह गया था। अब एक बार फिर नवीन डॉ मोहन यादव सरकार शासकीय सेवको की सेवा निवृत्ति आयु में सेवा वृद्धि करने के लिए वल्लभ भवन में त्वरित गति से फाइल का मूवमेंट करा रही हैं।

की मांग न बढ़ाई जाए सेवानिवृत्ति की आयु 

शिक्षक भर्ती 2018 के प्रमुख रक्षा जैन तथा रचना व्यास का कहना है कि यदि सरकार बार-बार इस तरह से सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ती है तो इससे प्रदेश के युवाओं का भविष्य अंधकार में चला जाएगा जो युवा आयु सीमा को पार कर रहा है और ओवर ऐज होने के कगार पर है उसके लिए सरकारी नौकरी केवल सपना बनकर रह जाएगी अतः मुख्यमंत्री का ध्यान इस और आकर्षित किया जाता है कि यदि वाकई में मध्य प्रदेश से बेरोजगारी को दूर करने की दिशा में कोई कदम उठाया जाना है तो इसलिए सेवानिवृत्ति की आयु पुनः पहले की तरह 60 वर्ष होनी चाहिए ताकि युवाओं को अधिक से अधिक अवसर प्राप्त हो सके और वह शासकीय सेवा में आकर अपनी ऊर्जा तथा नवाचार के माध्यम से शिक्षा जगत में नए-नए कार्य करके छात्रों का भविष्य उज्जवल बनाने की दिशा में कार्य करेंगे।


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Sushma Bhardwaj

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