भोपाल। बीजेपी के सहयोगी दल शिवसेना ने श्रीलंका में बुर्के पर बैन के बाद भारत में भी प्रतिबंध की मांग की है। शिवसेना की इस मांग को भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने भी अपना समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के हिसाब से फैसला लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश सर्वोपरि होना चाहिए अगर किसी कारण से कोई आतंकवादी इसका लाभ उठाते हैं, और देश को हानी पहुंचती है लोकतंत्र को हानी पहुंचती है तो उसमें हमें देश को आगे रखते हुए अपनी कुछ परंपराओं में ढील देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि, समय के हिसाब से हमें फैसला लेना चाहिए। उन्होंने एयपोर्ट पर चैकिंग का उदाहरण देते हुए कहा कि, एयरपोर्ट पर जांच होती है तब तो धर्म आड़े नहीं आता। विदेश जाते हैं तो निर्वस्त्र कर दिया जाता है तब आप कुछ नहीं कह पाते।। ये वो भी जानते हैं कि ऐसी किसी घटना से उनका पंथ बदनाम होता है। इसलिए वो स्वयं फैसला लें तो बेहतर होगा। उनके इस बयान के बाद भोपाल शहर काज़ी का बयान भी सामने आया है।
बुर्के पर प्रतिबंध की मांग के मामले में शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी ने कहा कि इस्लाम में महिलाओं को नंबर एक का दर्जा दिया गया है। जिसे नंबर 1 का दर्जा होता है उसकी हिफाजत करनी पडती है। गवर्नर को जैसी हिफाजत मिलती है वैसी ही इस्लाम में महिलाओं को दी गई है। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर एजेंसियों को जांच का पूरा हक है। राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में कभी किसी ने जांच को लेकर मना नहीं किया है। जहां तक सियासत की बात है, पर्सनल लॉ बोर्ड औपचारिक बयान जारी करेगा।
मंत्री गोविंद सिंह पर भी साधा निशाना
कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह ने एक बयान में साध्वी प्रज्ञा को आतंकी बताया था। जब साध्वी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंंने कहा कि गोविंद सिंह ने मेरे पिता जी को राजनीति सिखाई है। मैं उन्होंने संन्यासी होने से पहले चाचा कहती थी। लेकिन अब नहीं कहती सम्मान जरूर करती हूं। लेकिन सम्मान की भी एक रेखा होती है। 3 गलतियां माफ हैं, फिर चुप नहीं रहूंगी।