Bhopal News: खाद्य विभाग ने मिलावटी घी के साथ पनीर मुफ्त बेच रहे दुकानों पर मारा छापा, नमूने के लिए सामान जब्त

सस्ते कारोबार में शुद्धता की संदिग्धता के चलते खाद्य विभाग ने कार्रवाई की। इस दौरान दो घंटे तक दुकान संचालक का इंतजार करने बाद दुकान को सील कर दिया गया है।

Shashank Baranwal
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Bhopal

Bhopal News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बैरागढ़ इलाके में मिलावट का खेल रूकने का नाम नहीं ले रहा है। मिलावटखोर अब बेबाक होकर दूध, घी और पनीर जैसी पौष्टिक चीजों में भी मिलावट करने में पीछे नहीं है। वहीं, बिक्री के लिए बकायदा पैम्फलेट छपवाकर घर-घर बंटवा रहे है। हालांकि, खाद्य विभाग को सूचना मिलने पर मिलवाटी घी, पनीर बेच रहे दुकानों पर कार्रवाई की गई।

दुकान को किया गया सील

ताजा मामला बैरागढ़ इलाके का है, जहां आरा मशीन रोड स्थित शुद्ध पनीर भंडार में आधी कीमत पर शुद्ध घी बेचा जा रहा था। इसके अलावा उपनगर में बिना लाइसेंस दुग्ध उत्पादों का कारोबारी 700 रूपये में दो किलो घी के साथ ढ़ाई सौ ग्राम पनीर भी दे रहा था। सस्ते कारोबार में शुद्धता की संदिग्धता के चलते खाद्य विभाग ने कार्रवाई की। इस दौरान दो घंटे तक दुकान संचालक का इंतजार करने बाद दुकान को सील कर दिया गया है। वहीं, मिलावट की जांच के लिए छापा मार टीम ने 40 किलो घी और 40 किलो पनीर जब्त किया है। फिलहाल, नमूनों की जांच के बाद साफ होगा कि सस्ते में बेचा रहा घी कितना शुद्ध है।

बिना पंजीयन कारोबार

बताया जा रहा है कि दुकान का संचालन बिना खाद्य पंजीयन या अनुज्ञप्ति के किया जा रहा था। कारोबारी दिल्ली का रहने वाला है। व्यापारी दूध, पनीर और अन्य सामान बेच रहा था। उसने बकायदा पूरे संत नगर और उसके आसपास में कम रेट का पैम्फलेट भी छपवाया था और पूरे उपनगर में बांटे थे। लोग भी भाव कम होने की लालच में उससे जुड़े रहे थे, जबकि उन्हें इस बात की बिल्कुल भी भनक नहीं थी कि यह उनकी सेहत को कितना नुकसान पहुंचा सकता है। इस दौरान व्यापारी द्वारा 350 रूपये किलो घी बेच रहा था। वहीं, दो किलो घी खरीदी पर 250 ग्राम पनीर साथ में मुफ्त दी जा रही थी, जोकि संदेह पैदा कर रही थी। फिलहाल, खाद्य विभाग की टीम ने कारोबारी के न आने के कारण दुकान को सील कर दिया है। साथ ही माल भी जब्त कर लिया है।

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भोपाल से रवि कुमार की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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