भोपाल।
माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने 10 वीं और 12 वीं परीक्षाओं के नतीजों का ऐलान कर दिया है। इस साल 10वीं की परीक्षा में छात्रों के पास प्रतिशत में गिरावट आई है। 10वीं में कुल 61.32 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए हैं, जबकि पिछले साल 68.04 फीसदी छात्र-छात्राओं ने 10वीं बोर्ड में सफलता हासिल की थी। 10वीं बोर्ड के पास प्रतिशत में 6.72 फीसदी कमी हुई है, वही इस बार 3 लाख 87 हजार 817 परीक्षार्थी फेल हुए हैं।जिसके चलते माध्यमिक शिक्षा मंडल पैटर्न में बदलाव करने की तैयारी कर रहा है।खबर है कि इसके लिए मंडल लोक शिक्षण संचालनालय को सुधार के लिए सुझाव भी भेजा जाएगा।
दरअसल, वर्तमान में विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव, शिक्षकों की बीएलओ में ड्यूटी और शिक्षकों की लगातार कमी के चलते 10वीं का रिजल्ट खराब आया है। प्रदेश में अंग्रेजी, फिजिक्स, केमिस्ट्री के शिक्षकों की संख्या कम है। लिहाजा, इन विषयों में सबसे ज्यादा परीक्षार्थी फेल हुए हैं। इतनी ज्यादा संख्या में परीक्षार्थियों के फेल होने को माशिमं ने गंभीरता से लिया है। माशिमं अब परीक्षा पैटर्न, प्रश्न पत्र और रिजल्ट का रिव्यू कराएगा और लोक शिक्षण संचालनालय को भेजेगा । इसमें किस विषय पर ज्यादा फोकस करना है, यह भी बताया जाएगा। ताकि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में इन विषयों पर फोकस किया जा सके।
वहीं 10वीं में नई व्यवस्था लागू करने की विचार किया जा रहा है। इसमें सीबीएसई की तर्ज पर परीक्षा में वैकल्पिक प्रश्नों की संख्या कम कर सब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या बढ़ाई जाएगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, ताकि छात्रों की लिखने-पढ़ने की स्किल, प्रैक्टिकल नॉलेज और सोचने समझने की क्षमता को बढ़ाया जा सके। यह सब अगले शिक्षण सत्र से लागू किया जाएगा। हालांकि छात्रों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि पूरे प्रश्न पत्र को नहीं बदला जा रहा है, मामूली सा बदलाव जरुर किया जाएगा।