जीतू पटवारी के बयान पर BJP का पलटवार,कहा- आप अपनी चिंता करो, MP की चिंता करने के लिए भाजपा की डबल इंजन सरकार काफी है

आशीष अग्रवाल ने X पर लिखा - जो ‘वोट के बदले नोट’ बांटते फिर रहे हैं और पकड़े जाने पर लोकतंत्र की दुहाई देते हैं, जो ‘शराब और शबाब’ के बल पर चुनाव में छल से जीतना चाहते हैं, जो कुत्सित मानसिकता से ग्रसित होकर झूठे भ्रामक वीडियो बना कर जनता को बरगलाते हैं, वो लोकतंत्र पर कुठारघात की बात कर रहे हैं?

Ashish Agarwal- Jitu Patwari

MP News : लोकसभा चुनाव में एक दूसरे के सामने डटकर मुकाबला कर रहे भाजपा और कांग्रेस के नेता प्रदेश की जनता को ये विश्वास दिलाने का प्रयास कर रहे हैं कि वे ही दूसरे से बेहतर हैं, अब जब भाजपा का संकल्प पत्र जारी हुआ है तो कांग्रेस उस पर निशाना साध रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि भाजपा ओलम्पिक और 5 किलो आटे की बात करती है और कांग्रेस नौकरी की बात करती है, हम हर हाथ को काम देना चाहते हैं जबकि भाजपा देश को गरीब  बनाना चाहती है और सरकार पर निर्भर रखना चाहती है। जीतू पटवारी ने कहा कि छिंदवाड़ा में भाजपा हार रही है और इसीलिए छापे जैसे हथकंडे अपना रही है, पटवारी के इस बयान पर भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने पलटवार किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि जीतू पटवारी आप अपनी चिंता करो छिंदवाड़ा और मध्य प्रदेश की चिंता करने के लिए भाजपा की डबल इंजन सरकार ही काफी है।

MP PCC अध्यक्ष जीतू पटवारी ने अमित शाह से पूछे सवाल  

मध्य प्रदेश में चार चरण में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं , पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होना है, इसलिए जिन सीटों पर मतदान होगा वहां भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियाँ पूरी ताकत झोंक रही हैं, आज देश के गृह मंत्री अमित शाह इस चरण की दो अति महत्वपूर्ण सीट खजुराहो और छिंदवाड़ा के दौरे पर हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने उनसे सवाल किये हैं कि भाजपा मोदी की गारंटी की बात करती है तो आप विधानसभा चुनाव में आये  थे तब किसानों को गेहूं, धान का उचित मूल्य देने की बात की थी, उस गारंटी का क्या हुआ, रोजगार देने की बात , बहनों को 3 हजार रुपये देने , 450 रुपये में गैस सिलेंडर देने की बात की थी उसका क्या हुआ?


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....