भोपाल। बिजली कटौती को लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर है। इस बीच मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने बताया कि मध्यप्रदेश में पिछली भाजपा सरकार के मुकाबले कांग्रेस सरकार आने के बाद बिजली की आपूर्ति व्यवस्था में गुणात्मक सुधार हुआ है। पिछले वर्ष के मुकाबले ज़्यादा बिजली की आपूर्ति की गयी है। भाजपा बिजली को लेकर कांग्रेस सरकार के ख़िलाफ़ दुष्प्रचार अभियान चला रही है , उसे तो वास्तविकता व आँकड़े देखने के बाद , बिजली पर कुछ कहने का हक़ ही नहीं है।
सलूजा ने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2019 में जनवरी से मई की अवधि में कुल 32987.9 मिलियन यूनिट विद्युत प्रदाय किया गया, जो पिछले वर्ष 2018 में इसी अवधि में प्रदाय 29207.57 मिलियन यूनिट से 12.9 फीसदी अधिक रहा है।
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वहीं वर्ष 2019 में जनवरी से मई की अवधि में 14089 मेगावाट अधिकतम मांग दर्ज की गई ,जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में दर्ज की गई अधिकतम मांग 12123 मेगावाट से 16.2 फीसदी अधिक है। 2019 में मार्च से मई की अवधि में नियोजित शट डाउन की कुल संख्या 16774 थी , जो पिछले वर्ष इसी अवधि में 29974 थी।
वर्ष 2019 में मार्च से मई की अवधि में अनियोजित शटडाउन की कुल संख्या 127663 थी जो पिछले वर्ष इसी अवधि में 129760 थी। यह उपलब्धि सुधार प्रक्रिया में लाई गई त्वरित गति और बेहतर उपकरणों के कारण हासिल हुई है।
सलूजा ने बताया कि यह सही है कि अभी बिजली जाने की व कटौती की शिकायतें प्रदेश के कुछ हिस्सों से आ रही है, लेकिन विद्युत वितरण और सुधार में गुणवत्ता, तत्परता और त्वरित गति लाने के लिए राज्य सरकार कई ठोस कदम उठाने जा रही है। इससे आने वाले माह में विद्युत व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार दिखलाई देगा। भाजपा जानबूझकर सरकार के खिलाफा सोशल मीडिया पर बिजली को लेकर दुष्प्रचार कर रही है। जबकि उसकी सरकार के समय के मुताबिक बिजली को लेकर कांग्रेस सरकार में उल्लेखनीय सुधार आया है।