185 दिन के FD पर मिलेगा 6.25% रिटर्न, इस प्राइवेट बैंक ने किया ब्याज दरों में बदलाव, नए रेट लागू, यहाँ करें चेक

आरबीआई एमपीसी का फ़ैसला शुक्रवार को आने वाला है। बैंक ने एफडी के नए रेट 6 फरवरी से लागू कर दिए हैं। वरिष्ठ नागरिकों को एक्स्ट्रा ब्याज भी मिल रहा है। 

Manisha Kumari Pandey
Published on -

प्राइवेट सेक्टर के आईसीआईसीआई बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज दरों में बदलाव किया है। नए इंटरेस्ट रेट 6 फरवरी 2025 से प्रभावी हो चुके हैं। बैंक 7 दिन से लेकर 10 साल के FD पर सामान्य नागरिकों को कम से कम तीन प्रतिशत और अधिकतम 7.25% ब्याज ऑफर कर रहा है। वरिष्ठ नागरिकों को वरिष्ठ बैंक 0 .5% एक्स्ट्रा ब्याज ऑफर कर रहा है,  न्यूनतम इंटरेस्ट रेट 3.50 प्रतिशत और अधिकतम 8.85% हैं।

रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया की एमपीसी बैठक 7 फरवरी को खत्म होने वाली है। आरबीआई  गवर्नर फैसलों की घोषणा करेंगे। रेपो रेट में कटौती की संभावनाएं हैं। यदि ऐसा होता है कई बैंक एफडी के ब्याज दरों में बदलाव कर सकते हैं।

MP

इतने दिन के टेन्योर पर मिल रहा सबसे ज्यादा रिटर्न

सबसे ज्यादा रिटर्न बैंक 15 महीने से लेकर 18 महीने से कम और 18 महीने से लेकर 2 साल के एफडी पर ऑफर कर रहा है।  1 साल के एचडी पर बैंक सामान्य नागरिकों को 6.70% और वरिष्ठ नागरिकों को 7.20% ब्याज  दे रहा है। 5 साल के टैक्स सेवर एफडी पर भी आकर्षक रिटर्न मिल रहा है। सामान्य नागरिकों के लिए इंटरेस्ट रेट 7% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.50% है। 185 दिन से लेकर 270 दिन के टेन्योर पर बैंक सामान्य नागरिकों को 5.75% और वरिष्ठ नागरिकों को 6.25% ब्याज दे रहा है।

टेन्योर के हिसाब से ब्याज दरें (Fixed Deposit)

  • 7 से लेकर 29 दिन 3%
  • 30 से लेकर 45 दिन- 3.50%
  • 46 से लेकर 60 दिन- 4.25%
  • 61 से लेकर 90 दिन- 4.50%
  • 91 से लेकर 184 दिन- 4.75%
  • 185 से लेकर 270 दिन- 5.75%
  • 271 दिन से लेकर 1 साल से कम- 6%
  • 1 साल से लेकर 15 महीने से कम- 6.70%
  • 15 महीने से लेकर 18 महीने से कम- 7.25%
  • 18 महीने से लेकर 2 साल तक- 7.25%
  • 2 साल 1 दिन से लेकर 5 साल तक- 7%
  • 5 साल 1 दिन से लेकर 10 साल तक- 6.90%
  • 5 साल (टैक्स सेवर एफडी)- 7%

About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News