भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के इस बयान पर की मुंह चलाने व सरकार चलाने में फर्क होता है पर भाजपा ने पलटवार किया है। प्रदेश भाजपा मीडिया पेनेलिस्ट दुर्गेश केसवानी ने ट्वीट कर कहा है कि कमलनाथ जी आप तो सरकार बनाने से पहले से ही मुंह चला रहे है सरकार आपने चलाई ही कहा।
केशवानी ने कहा है कि कमलनाथ जी आपने किसी भी कीमत पर चुनाव जीतने के लिए चुनाव में ही 983( वचन)घोषणाएं कर डाली ,क्या यह मुह चलना नही है , सरकार बनने के 10 दिन के भीतर किसानो का सारा कर्जा माफ करने की घोषणा क्या मुंह चलना नही था। कामलनाथ जी सच्चाई स्वीकारो 14 महीने आप ने मुह चलाने की जगह सरकार चलाई होती तो आज आप विपक्ष में नही होते।
उन्होने कहा कि आप ने कैसी सरकार चलाई है सब को पता है। जग प्रदेश वासियो को कोरोना जैसी महामारी मे बचाना था तब आप आईफा अवार्ड आयोजित कराने मे व्यस्त थे। बेरोजगारो को रोजगार देने की बात आई तो उन्हे पशु चराने व बैंड बाजा बजाने का प्रशिक्षण देने की योजना बना दी वह भी कागजो में ही रही। कन्यादान योजना में राशि बढ़ाने की घोषणा की लेकिन दी किसी को नही। कोई नई योजनाए भी नही ला पाए पूर्व की शिवराज सरकार की जनहितैषी योजनाओ के या तो नाम बदल दिए या उन्हे बंद कर दिया गया। इस तरह आप ने सरकार चलाई और अब जिन्होने 15 साल सरकार चलाई उनसे कह रहे है कि मुंह चलाने व सरकार चलाने मे फर्क होता है। केसवानी ने कहा है कि कमलनाथ जी यह फर्क आप पहले समझ जाते तो 15 महिने मे ही सरकार नही गिरती।
बता दे कि गत दिवस सांवेर इंदौर में सभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा था कि मुझे लगा था कि शिवराज जी इतने वर्षों बाद अब झूठी घोषणाओं से बाहर जाएंगे लेकिन अभी भी उनका झूठ बोलने का काम निरंतर जारी है।मैं कभी घोषणा नहीं करता ,मैंने तो मुख्यमंत्री रहते भी एक भी घोषणा नहीं की।इनको सड़क पर रोजगार को लेकर भटकता नौजवान-युवा दिखाई नहीं देता ,इनकी आंखें बंद है ,इनको मदद के लिए चिल्लाता किसान दिखाई नहीं देता क्योंकि इनके कान बंद है , इनका तो सिर्फ मुंह चालू है। मुंह चलाने और सरकार चलाने में बड़ा अंतर है।