भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। 28 सीटों पर होने वाले उप चुनाव (by election) के लिए कांग्रेस (congress) ने अभी तक 24 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। बची हुई 4 सीटों पर अभी भी मंथन जारी है। वहीं हमेशा प्रत्याशी चयन में कांग्रेस से आगे रहने वाली बीजेपी (bjp) ने अभी तक अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं किया। हालांकि बीजेपी के उम्मीदवार लगभग तय है, पार्टी उन्हीं को उप चुनाव में टिकट देगी जो पूर्व में कांग्रेस से विधायक रहे है और पार्टी छोड़ अब भाजपा में शामिल हो गए है। उधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chauhan) भी कह चुके है कि हमारे सभी उम्मीदवार तय है और सभी अपनी तैयारियों में लगे हुए है।
उम्मीद जताई जा रही है कि भाजपा के उम्मीदवारों के नामों का ऐलान एक-दो दिन में हो सकता है। प्रदेश इकाई नामों को अंतिम रुप दे चुकी है और अंतिम फैसला केंद्रीय इकाई को करना है। राज्य में 28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने वाले हैं। इनमें से पच्चीस वे सीटें हैं, जहां के विधायक अपनी सदस्यता से इस्तीफा देकर और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए हैं। इन पूर्व विधायकों को पार्टी पहले ही उम्मीदवार बनाने का फैसला कर चुकी है। वहीं तीन स्थानों पर विधायकों का निधन होने के कारण उपचुनाव होना है।
सूत्रों के अनुसार बुधवार को चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक हो चुकी है, इस बैठक में तमाम बड़े नेता मौजूद रहे और नामों को अंतिम रुप दिया जा चुका है। एक-एक नाम का पैनल पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिया गया है। संभावना है कि आगामी एक-दो दिन के भीतर पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी जाएगी।
बता दें, प्रदेश के सियासी इतिहास में यह सबसे बड़ा उपचुनाव है। 106 सीटों वाली भाजपा सत्ता में जरूर है पर उसे बहुमत हासिल नहीं है। इसके लिए उससे 9 सीट की दरकार है, वहीं आम चुनाव में 114 सीटें जीतने वाली कांग्रेस के पास अब महज 88 विधायक बच्चे हैं। बहुमत के अंकगणित तक पहुंचने के लिए उसे सभी सीटें जितनी होगी, ऐसे में कांग्रेस की राह आसान नहीं है।
मध्य प्रदेश में चुनावी तारीखों के ऐलान (By-election Date Declared In Madhya Pradesh) के साथ ही राजनीतिक दलों (Political Parties) की तैयारियां तेज हो गई है, बैठकों के दौर जारी है। यह चुनाव दोनों राजनीतिक दलों के लिए खंदक की लड़ाई साबित होने वाली है। दावा दोनों दलों का 28 सीटें जीतने का है, पर 10 मार्च को आने वाले चुनाव परिणाम (Election Result) तय करेंगे कि शिवराज सरकार परमानेंट होगी या अचानक सत्ता गंवाने का दर्द झेल रही कांग्रेस (congress) की सत्ता में वापसी होगी।