भोपाल। लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने मध्य प्रदेश की 15 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है| लेकिन अब शेष 14 सीटों पर खींचतान जारी है| भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, राजगढ़, विदिशा समेत कई सीटों पर जबरदस्त घमासान मचा हुआ है| बड़ी सीटों पर विवाद की स्तिथि बनने के चलते 25 मार्च को हुई बैठक में फैसला नहीं हो पाया था और एक दो दिन में सूची जारी करने के संकेत दिए थे| केंद्रीय नेतृत्व आज बाकी बची हुई सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है|
सोमवार को दिल्ली में भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में लम्बी चर्चा के बाद भी सहमति नहीं बन पाई थी| भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत कई सीटों पर पेंच फंसा हुआ है| कांग्रेस से दिग्विजय सिंह को भोपाल से टिकट मिलने के बाद पार्टी असमंजस में आ गई है| कांग्रेस ने कठिन सीट बड़े चेहरे उतारने की रणनीति बनाई है, जिसके चलते बीजेपी को भी अपने ही गढ़ में दमदार प्रत्याशी की तलाश भारी पड़ रही है| शिवराज सिंह चौहान का नाम भोपाल से आगे आया है| इस बीच संघ की सक्रियता से हलचल मची है| भाजपा की दूसरी सूची में संघ के पसंद वाले नेताओं के ज्यादा नाम होंगे| भोपाल से एक बार फिर वीडी शर्मा के नाम पर चर्चा शुरू हो गई है| सबसे ज्यादा दिक्कत भोपाल-इंदौर सीटों को लेकर है। भोपाल में दिग्विजय सिंह के सामने शिवराज सिंह चौहान का नाम रखा जा रहा था, पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के कहने पर नए मजबूत चेहरे की तलाश हो रही है। इंदौर, छिंदवाड़ा, गुना-शिवपुरी, धार, ग्वालियर आदि सीटों को लेकर यही स्थिति है।
शेष 14 सीटों में से गुना, रतलाम और छिंदवाड़ा को छोड़कर 11 सीट भाजपा के पास हैं। इनमें से ज्यादातर सीटों पर मौजूदा सांसदों के टिकट कटेंगे। पहली सूची में इंदौर से सुमित्रा महाजन का नाम नहीं है, ऐसे में उनका टिकट भी कट सकता है। भाजपा ने ग्वालियर से नरेन्द्र सिंह तोमर का टिकट काटकर मुरैना भेज दिया है। ऐेसे में यहां से महापौर विवेक नारायण शेजवलकर भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी हो सकते हैं, हालांकि भाजपा ग्वालियर सीट से कांग्रेस का चेहरा सामने आने का इंतजार कर रही है। इसी तरह गुना में अभी प्रत्याशी चयन पर मंथन चल रहा है। यहां से कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है, लेकिन भाजपा कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की सीट तय होने के इंतजार में गुना,ग्वालियर से प्रत्याशी तय नहीं कर पा रही है। सागर से प्रत्याशी के लिए दावेदारों के नाम पर मंथन चल रहा है। खजुराओ से कांग्रेस ने महिला प्रत्याशी को उतारा है, ऐसे में भाजपा की ओर से ललिता यादव का नाम तेजी से चल रहा है।
बालाघाट से मौजूदा सांसद बोध सिंह भगत का टिकट काटकर नए चेहरे को मौका दिया जा सकता है। यहांं से पूर्वमंत्री गौरीशंकर बिसेन अपनी बेटी मौसम के लिए टिकट मांग रहे हैं, लेकिन अब पार्टी किसी अन्य चेहरे को चुनाव मैदान में उतारेगी। छिंदवाड़ा में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ का नाम लगभग तय माना जा रहा है। भाजपा में छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से दावेदार चर्चित चेहरा नहीं है। ऐसे में छिंदवाड़ा से बाहरी नेता को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। विदिशा में पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी साधना सिंह को प्रत्याशी बनाने की मांग उठ रही है, लेकिन विदिशा से पार्टी हाईकमान नए चेहरे को उतार सकती है। पार्टी साधना को विदिशा से टिकट देने के पक्ष में नहीं है। वहीं भाजपा ने राजगढ़ से भी प्रत्याशी तय नहीं किया है। यहां रोडमल नागर का टिकट काटकर किसी अन्य को दिया जाना तय है। रतलाम से कांगे्रस ने कांतिलाल भूरिया का नाम तय कर दिया है, ऐसे में भाजपा निर्मला भूरिया या फिर अन्य किसी आदिवासी चेहरे को प्रत्याशी बना सकती है। धार से सावित्री ठाकुर को फिर से उतारने की संभावना कम है, ऐसे में यहां भी नया चेहरा भाजपा का प्रत्याशी हो सकता है। खरगोन से भी भाजपा नए चेहरे को उतारने के पक्ष में है। हालांकि अभी इन सीटों के लिए प्रत्याशी तय नहीं हुए हैं। यहां संघ की पंसद के चेहरे चुनाव लड़ेंगे।
ताई को मनाने में जुटा हाईकमान
भाजपा हाईकमान इंदौर से सुमित्रा महाजन का भी टिकट काटने की तैयारी में है। इसके लिए्र महाजन को राज्यपाल या फिर अन्य पद देने का भरोसा देकर मनाया जा रहा है। महाजन का टिकट कटने की संभावना इसलिए भी है, क्योंकि सिंगल नाम होने के बावजूद भी पहली सूची में उनका नाम नहीं है।