भोपाल। मप्र में पिछले लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों में बहुजन समाज पार्टी का वोट बैंक तेजी से घटा है। हाल ही में हुए लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में बसपा का खराब प्रदर्शन रहा है। चुनाव के नतीजों को देखें तो मप्र में बसपा का जनाधार तेजी से घट रहा है। जिसे बचाने के लिए बसपा नए सिरे से संगठन में बदलाव कर रही है। संगठन का नया ढांचा तैयार हो रहा है। ख़राब प्रदर्शन पर प्रदेश अध्यक्ष को बदलने के बाद अब भोपाल व रीवा जोन प्रभारी भी हटा दिए गए हैं, जोन की संख्या छह से बढ़ाकर आठ कर दी गई है। जिला मुख्यालयों पर संगठन की समीक्षा बैठकें भी बुलाई जा रही हैं।
बसपा सुप्रीम मायावती ने खराब प्रदर्शन के बाद पिछले दिनों प्रदेशाध्यक्ष डीपी चौधरी को हटाकर रमाकांत पिप्पल को कमान सौंपी गई। अब जोन और जिलों में सर्जरी का सिलसिला शुरू हुआ है। रीवा जोन प्रभारी रामसखा वर्मा और भोपाल के रामकिशन अहिरवार को हटा दिया गया है और होशंगाबाद एवं बैतूल को नया जोन बनाया गया है। पिछले दो चुनाव में बसपा को बुरा परिणाम देखना पड़ा| बसपा का जनाधार तेजी से खिसक चुका है। पार्टी को अब राष्ट्रीय दल की मान्यता समाप्ति की चिंता सताने लगी है, इसलिए वह अब नए सिरे से जिला स्तर पर संगठन को सशक्त बनाने में जुटी है।
![bsp-changes-in-organisation-in-charge-of-rewa-and-bhopal-zone-removed](https://mpbreakingnews.in/wp-content/uploads/2020/01/170920191122_0_baspaflag.jpg)
आठ जोन की कमान सौंपी
मध्य प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी अब संगठन की कसावट में जुट गई है। प्रदेश में अब छह के बजाए आठ जोन बना दिए गए हैं। बुंदेलखंड के लिए खजुराहो और आदिवासी बहुल बैतूल-होशंगाबाद का नए जोन के रूप में गठन किया गया है। आठ जोन में ग्वालियर, रीवा, जबलपुर, भोपाल, इंदौर, उज्जैन के अलावा अब खजुराहो और बैतूल-होशंगाबाद भी जुड़ गए हैं। पार्टी की ओर से दावा किया गया है कि सभी आठों जोन की कमान सक्रिय सदस्यों को सौंपी गई है। भोपाल जोन में 27, इंदौर 28, उज्जैन 29 एवं बैतूल में 30 जून को बैठक बुलाई गई है। इन बैठकों में प्रदेश अध्यक्ष पिप्पल और प्रदेश प्रभारी रामजी गौतम भी मौजूद रहेंगे। इनके अलावा जुलाई प्रथम सप्ताह में ग्वालियर, जबलपुर, सतना और छतरपुर जिले में पदाधिकारियों की बैठक में निचले स्तर तक के कार्यकर्ताओं को बुलाया है।