भोपाल।
देश-प्रदेश में सीएए-एनआरसी का विरोध बढ़ाता ही जा रहा है।प्रदर्शन और आंदोलन के बाद आज भारत बंद का आह्मन किया गया है। इसको देखते हुए मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। बहुजन क्रांति मोर्चा की ओर से भारत बंद का ऐलान किया गया है, जिसका कई दलित संगठनों ने भी समर्थन किया है। मंगलवार को भी पूरे दिन ट्विटर पर #कल_भारत_बंद_रहेगा ट्रेंड कर रहा था और लोगों को इसमें हिस्सा लेने के लिए कहा जा रहा था। भोपाल पुलिस और जिला प्रशासन ने इस तरह के बंद को गैर कानूनी बताया है। भोपाल के कलेक्टर ने शहर में धारा 144 का हवाला देते हुए प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की बात कही है।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में भारत बंद को लेकर भोपाल में बैनर पोस्टर लगे हुए हैं। साथ ही कई तरह के मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। वही भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने भारत बंद का समर्थन किया है।उन्होंने व्यापारियों से एनआरसी, सीएए और एनपीआर के समर्थन में बाजार बंद रखने की अपील की। साथ ही शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील भी की है।
जबरदस्ती बंद करवाया तो होगी गिरफ्तारी
डीआईजी इरशाद वली का कहना है कि प्रदर्शन को लेकर जिला प्रशासन या पुलिस को कोई आवेदन नहीं दिया गया है, लेकिन दुकानें, बसें या अन्य संस्थानों को बंद करवाया तो प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की जाएगी। प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों के सहयोग के लिए नगर निगम और वन विभाग की टीमों की भी तैनाती की जाएगी।इस दौरान स्कूल-कॉलेज, सवारी वाहन समेत अन्य सरकारी दफ्तर खुले रहेंगे। प्रदर्शन के मद्देनगर जिला प्रशासन ने पूरे शहर में 3000 पुलिस बल की तैनाती की है। साथ ही पुलिस जवानो को संवेदनशील इलाकों पर विशेश नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
सोशल मीडिया पर विशेष नजर
पुलिस विभाग ने आईटी टीम को निर्देश देते हुए सोशल मीडिया पर विशेष नजर रखने को कहा है। जारी निर्देश के अनुसार सोशल मीडिया, वाट्सअप, फेसबुक या अन्य माध्यमों से अगर उन्माद फैलाने की कोशिश की गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वही बंद को लेकर सोशल मीडिया पर भड़काऊ मैसेज भेजने वाले 35 लोगों को नोटिस जारी कर दिया गया है। ये नोटिस संबंधित थाना प्रभारियों की ओर से जारी किए गए हैं। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल भी करीब 2000 वॉट्सएप ग्रुप पर नजर रखे हुए हैं।