Bhopal – Case registered against Congress workers : भोपाल – राजधानी भोपाल में शुक्रवार को युवा कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष विवेक त्रिपाठी के नेतृत्व में दर्जनों युवा कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के बंगले का घेराव किया था। मंत्री भूपेंद्र के इस्तीफे की मांग लेकर युवा कांग्रेस ने उनके आवास के बाहर जमकर नारेबाजी भी की। इसके बाद देर रात को हबीबगंज थाने में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे विवेक त्रिपाठी समेत भोपाल जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश चौकसे, युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक परमार, आकाश चौहान और अन्य कांग्रेस नेताओं के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर दिया।
युवा कांग्रेस का आरोप
युवा कांग्रेस ने इस पुलिस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित करार दिया है। त्रिपाठी ने कहा कि, “मुकदमा भ्रष्टाचारी मंत्री भूपेंद्र सिंह के विरुद्ध होना चाहिए, लेकिन पुलिस उल्टी गंगा बहा रही है, कार्रवाई की मांग करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। ये कौन सा न्याय है, जहां महाकाल लोक निर्माण कार्य का करोड़ों रुपए डकारने वाला मंत्री खुले घूम रहा है। गिरफ्तारी तो दूर एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है। लेकिन इसके खिलाफ युवा कांग्रेस जब आवाज उठाती है, मंत्री से इस्तीफा मांगती है तो हमारे खिलाफ ही पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया जाता है।”
“कल के बाद परसो भी आता है”
त्रिपाठी ने आगे कहा, ” मैं डीजीपी सुधीर सक्सेना जी व अन्य उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारियों को अपने नेता कमलनाथ का बयान याद दिलाना चाहता हूं। “कल के बाद परसो भी आता है” बीजेपी के इशारे पर पुलिस जो आम जन जो सरकार के ख़िलाफ़ आवाज उठाते है और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को परेशान कर रही है, उसका इंसाफ़ और हिसाब हमारी कमलनाथ जी की सरकार करेगी। चार महीने बाद कांग्रेस सरकार आएगी तो ये भ्रष्टाचारी मंत्री जो जेल में होंगे हीं, आपसे भी प्रताड़ना का हिसाब चुकता किया जाएगा।”
त्रिपाठी ने पुलिस प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि, ” आपके पास बस चार महीने बचे हैं। इस दौरान जितना प्रताड़ित करना है कर लो, जितने झूठे मुकदमे दर्ज करने हैं कर लो, चाहे लाठी मारो, चाहे गोली मारो या जेल में डालो, युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाने से कोई नहीं रोक सकता। हम इन झूठे मुकदमों से नहीं डरने वाले। डरने की आवश्यकता झूठा मुकदमा दर्ज करने वालों की है। डरना उसे होगा जिसने महाकाल लोक निर्माण में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया।”