MP News: CBI की स्पेशल कोर्ट ने नर्सिंग कॉलेज घोटाले में चार आरोपियों को भेजा सेंट्रल जेल, 1 जून तक मिली थी कस्टडी

बुधवार को रिमांड खत्म होने पर पिछले बुधवार को कोर्ट ने सुनवाई के दौरान इन चारों आरोपियों को 1 जून तक के लिए सीबीआई की कस्टडी में भेज दिया था।

Shashank Baranwal
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MP News: मध्य प्रदेश नर्सिंग कॉलेज घोटाले के मामले में आज शनिवार को सीबीआई की विशेष कोर्ट में सुनवाई थी। इस दौरान बचे हुए चार आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए चारों आरोपियों राजधानी भोपाल के सेंट्रल जेल भेज दिया है। आपको बता दें इन चारों आरोपियों की कस्टडी 1 जून तक सीबीआई के पास थी।

चार दिन के रिमांड के बाद किया गया पेश

चारों आरोपियों में सीबाईआई इंस्पेक्टर राहुल राज, ओम गिरी गोस्वामी, रवि प्रताप सिंह भदौरिया और जुगर किशोर शर्मा शामिल हैं। भोपाल स्थित सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने चारों आरोपियों को 4 दिन की रिमांड के बाद पेश किया गया था। इन आरोपियों की सुनवाई जज अरविंद कुमार शर्मा द्वारा की जा रही थी। वहीं, कोर्ट ने मेडिकल जाँच के बाद चारों को जेल भेजने का आदेश दे दिया है।

13 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार

दरअसल, नर्सिंग घोटाले के मामले में मई महीने में सीबीआई ने 13 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी। इस दौरान सभी आरोपियों को 10 दिनों के लिए रिमांड में भेज दिया गया था। वहीं, मंगलवार को 9 आरोपियों को बीते मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया था, जहाँ कोर्ट ने सुनवाई के बाद जेल भेज दिया था। इसके अलावा बुधवार को रिमांड खत्म होने पर पिछले बुधवार को कोर्ट ने सुनवाई के दौरान इन चारों आरोपियों को 1 जून तक के लिए सीबीआई की कस्टडी में भेज दिया था।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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