भोपाल। बैंक अधिकारियों की सर्तकता के चलते राजधानी की एक बिल्डकॉन कंपनी को करोड़ों रुपए की चपत लगने से बच गई। दरअसल अज्ञात जालसाजों ने एक चेक की क्लोनिंग कर करीब 12 करोड़ रुपए का भुगतान मणिपुर के एक बैंक से कराने का प्रयास किया। लेकिन राशि बड़ी होने के कारण बैंक अधिकारियों ने कंपनी के अधिकारियों को सूचना दी। मामले का खुलासा होने पर चूनाभट्टी पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक चूनाभट्टी निवासी भरत सिंह (60) बिल्डकॉन कंपनी के अध्यक्ष हैं। उन्होंने पुलिस को एक आवेदन देते हुए बताया था कि उनकी कंपनी ने राधिका गहरवार नामक एक महिला को मकान का किराया तीन हजार रुपए चेक के माध्यम से 11 दिसंबर 2019 को दिया था। बाद में चेक बैंक खाते से क्लियर भी हो गया था। इस बीच मणिपुर स्थित पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों ने सुरक्षा नियमों के तहत कंपनी के अधिकारियों को अलर्ट मैसेज किया कि 12 करोड़ रुपए का एक चेक मणिपुर हिल्स एंड डेव्लपमेंट कार्पोरेट बैंक के माध्यम से उनके खाते से भुगतान के लिए आया है। यह खुलासा होते ही कंपनी के अधिकारियों ने चेक पर स्टॉप पेमेंट लगा दिया। बाद में चेक का नंबर मिलान किया गया तो पता चला कि यह वही चेक है जिससे महिला को तीन हजार रुपए का किराया अदा किया गया था। महिला को तीन हजार रुपए का भुगतान भी कर दिया गया था। लिहाजा पता चला कि किसी ने चेक की क्लोनिंग कर करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा करने का प्रयास किया है। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों का सुराग लगाने के लिए पुलिस की एक टीम मणिपुर के लिए रवाना होगी।