भोपाल। मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था की समीक्षा को लेकर आज पुलिस मुख्यालय में अफसरों की बड़ी बैठक हुई| बैठक में पुलिस के शीर्ष स्तर के अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चर्चा की| इस दौरान सीएम ने प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था पर नाराजगी जाहिर की और अधिकारियों दो टूक चेतावनी भी दी| सीएम ने प्रदेश में बढ़ते अपराधों को लेकर डीजीपी से सवाल किये| सीएम ने अपराधों को नियंत्रण करने के सख्त निर्देश दिए|
इस बैठक में डीजीपी समेत प्रदेश भर के एडीजी, आईजी, डीआईजी, एसपी और बटालियन कमांडेंट स्तर के अफसर शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बढ़ते अपराधों पर शिकंजा कसने के निर्देश दिए| उन्होंने पुलिस अफसरों से कहा कि प्रदेश पर लगा अपराध में नंबर एक का दाग धोइए, वरना हटने के लिए तैयार हो जाइए। सीएम ने कहा अपराध पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम होना चाहिए| वहीं बैठक में मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में महिला अपराध को लेकर भी चिंता जताई और इसकी रोकथाम के लिए सख्ती बरतने को कहा है।
पुलिस एक टीम के रूप में काम करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध का परिदृश्य टेक्नोलॉजी के परिवर्तन के साथ ही बदल रहा है। पुलिस अधिकारियों को भी इस परिवर्तन के साथ चलना होगा। उन्होंने कहा कि अपेक्षित परिणामों के लिए पुलिस को एक टीम के रूप में काम करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नशीले पदार्थों की बिक्री रोकने और इनसे होने वाले अपराधों को रोकने के लिए राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसी प्रकार महिलाओं और बच्चों के विरुद्ध होने वाले अपराधों के मामले में भी अपराधियों को छोड़ा नहीं जाएगा। ऐसे अपराधों से जुड़ी जाँच में लापरवाही को भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिया कि पुलिस बल अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के साथ निषेधात्मक कार्रवाई का दायरा भी बढ़ाये जिससे अपराध घटित होने की संभावनाएँ कम हो जाए। मुख्यमंत्री ने बड़े शहरों में ट्रैफिक व्यवस्था की समस्या पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इसके लिए एकीकृत पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था के बारे में विचार करना होगा उन्होंने कहा कि स्मार्ट पुलिसिंग के लिए बजट की कमी नहीं होगी।
दरअसल, प्रदेश में अपहरण की बढ़ती घटनाओं से कमलनाथ सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से जिस तरह भाजपा से जुड़े लोगों की हत्याओं के मामले सामने आये इसको लेकर भाजपा ने सरकार को जमकर कोसा और जनता के बीच सरकार के खिलाफ गलत सन्देश गया| जिसको लेकर सीएम नाराज हैं| पिछले दिनों प्रदेश में हत्या, लूट, और अपहरण जैसी संगीन वारदातें हुई, जिसकी गूँज विधानसभा में सुनाई दी| सीएम ने कुर्सी सँभालते हुए पुलिस के वरिष्ठ अफसरों की बैठक लेकर सख्त निर्देश दिए थे| लेकिन जिस तरह से प्रदेश में ताबदलों का दौर चल रहा है इससे कानून व्यवस्था पर शिकंजा ढीला पड़ गया| अब एक बार फिर मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को कानून व्यवस्था बनाये रखने और अफसरों को अपराध पर जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत काम करने के निर्देश जारी किए हैं। इस बैठक में वचन पत्र में पुलिसकर्मियों से किए गए वादों, जिसमें आवास भत्ता, पुलिस भर्ती, छुट्टियों की फिलहाल क्या स्थिति है। इस पर भी चर्चा हुई|