महासंग्राम के बीच CM कमलनाथ ने की फ्लोर टेस्ट की मांग

भोपाल।
सियासी महासंग्राम के बीच सीएम कमलनाथ ने आज शुक्रवार राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की और उन्हें एक चिट्ठी भी सौंपी। इसमें उन्होंने राज्यपाल से मांग की है वे गृह मंत्री अमित शाह से बेंगलुरु में बंधक विधायकों को मुक्त कराने के लिए कहें। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल लालजी टंडन से निवेदन किया कि बेंगलुरू स्थित विधायकों के विधानसभा पहुंचने पर ही फ्लोर टेस्ट कराया जाए।कमलनाथ ने कहा कि मैं फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हूं। लेकिन आप 22 विधायकों को कैद कर लें और कहें कि अब फ्लोर टेस्ट कराएं। क्या ये सही है?

पत्र में कमलनाथ ने लिखा है कि मैं भाजपा के अनैतिक, कदाचार और गैरकानूनी कृत्य की ओर आपका ध्यान आकर्षित करने पर बाध्य हूँ। अपने पहले प्रयास में विधायकों को जबरदस्ती बेंगलुरु ले जाने का नाटक 3 और 4 मार्च 2020 की आधी रात को शुरू हुआ था जो सार्वजनिक है। कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने विधायकों को लालच और बलपूर्वक बंधक बनाकर रखने के प्रयास को विफल कर दिया।पहले प्रयास की असफलता के बाद भाजपा ने 8 मार्च 2020 को कांग्रेस पार्टी के 19 विधायकों को बेंगलुरु ले जाने के लिए तीन विशेष हवाई जहाजों का इंतज़ाम किया तब से 19 विधायक जिसमें से छह कैबिनेट मंत्री हैं उनसे कोई संपर्क नहीं है और वे भाजपा द्वारा प्रबंध किये गए एक रिसॉर्ट में बंधक है। उनसे किसी को मिलने नहीं दिया गया और न ही उन बंधक 19 विधायकों के साथ किसी प्रकार का संपर्क हो पाया है।
आश्चर्यजनक रूप से बीजेपी के नेता होली के दिन 10 मार्च 2020 को शाम 5:00 बजे विधानसभा अध्यक्ष के निवास पर पहुंचे और 19 विधायकों के त्याग पत्र उन्हें सौंपा जो जो कांग्रेस के विधायक हैं ।


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न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

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