सतना।
मध्य प्रदेश के सतना जिले में चित्रकूट के दो जुड़वां भाइयों के अपहरण के मामले को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संज्ञान लिया है और प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर नाराजगी जताई है। सीएम ने डीजीपी वीके सिंह से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है और जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने के दिए निर्देश दिए हैं। वही डीजीपी ने अपरहरणकर्ताओं पर 50000 रू का इनाम घोषित किया है।हालांकि चौबीस घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस को अब तक कोई ठोस सुराग नही मिला है। बताया जा रहा है कि किडनैपर उत्तर प्रदेश से हो सकते हैं। मामले में तत्काल एमपी सरकार ने यूपी सरकार के साथ मिलकर दल गठित कर दिए हैं जो बच्चों की सर्चिंग प्रक्रिया देखेंगे।वही मामले की गंभीरता को देखते हुए चार्ज संभालते ही रीवा आईजी चंचल शेखर चित्रकूट रवाना हो गए हैं।
दरअसल, मंगलवार को सतना जिले के चित्रकूट के नयागांव थाना इलाके में दोपहर एक निजी स्कूल परिसर से दिनदहाड़े छह वर्षीय दो भाईयों को बदमाशों ने बंदूक की नोक पर अपहरण कर लिया।नयागांव के एक स्कूल परिसर में तेल कारोबारी ब्रजेश रावत के एक केजी और यूकेजी में पढ़ने वाले जुडवां बेटे देवांश और शिवांस स्कूल की छुट्टी के बाद घर जाने के लिये स्कूल बस में बैठ रहे थे। तभी बाइक से आये दो बदमाशों ने बंदूक की नोंक पर दोनों बच्चों का अपहरण कर लिया और जंगल की ओर फरार हो गये। फिलहाल बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिला है। पिछले एक हफ्ते में यह तीसरी घटना है।इसके पहले इंदौर और झाबुआ से बच्चों का अपहरण हुआ था, हालांकि समय रहते अपहरणकर्ताओं को पकड़ लिया गया था। इस वारदात के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। बस में लगे सीसीटीवी कैमरे में एक हथियार बंद बदमाश जरूर कैद हुआ है लेकिन मुंह कवर होने की वजह से अबतक उनकी पहचान नही हो पाई है। फिलहाल पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश कर रही है।वही सीएम कमलनाथ ने जांच के आदेश दिए है और डीजीपी ने पचास हजार का इनाम घोषित किया है।
एक हफ्ते में तीसरी वारदात
बता दे कि यह एक हफ्ते में तीसरी वारदात है। इससे पहले इंदौर में एक छह साल के मासूम का अपहरण किया गया था, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और 36 घंटे के बाद बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया था। सोमवार को झाबुआ जिले में १९ साल के एक लड़के का अपहरण किया गया था और फिरौती में बीस लाख की मांग की गई थी, हालांकि पुलिस ने सख्ती बरतते हुए आरोपियों को २४ घंटे के अंदर ही दबोच लिया था। वही अब मंगलवार को दिनदहाड़े स्कूल से लौट रहे दो जुड़वा भाईयों का बंदूक की नोंक पर बस में चढ़ते वक्त अपहरण किया गया है। अपहरण की घटनाओं के कारण कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे है। बीजेपी कमलनाथ सरकार का जमकर घेराव कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साधा निशाना
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है, “मुझे याद है, जब मैं पहली बार मुख्यमंत्री बना था तब मैंने कहा था मध्यप्रदेश में या तो शिवराज रहेगा या तो फिर डाकू”। पूर्व सीएम के ट्वीट पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि इन सबका सरगना वो ही व्यक्ति है जो ट्वीट कर रहा है। अजय सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह का यह कहना कि उनके सीएम न रहने से डाकू फिर से आ गए हैं, तो बता दूँ कि उन्होंने चित्रकूट में जब यह घोषणा की थी कि मप्र में वह रहेंगे या डकैत, इस घोषणा के एक माह बाद ही अपहरण ही घटना हुई थी। मुझे लगता है इन सबका सरगना वो व्यक्ति है जो इस तरह के ट्वीट कर रहा है।