भोपाल।
आयकर छापों हो रहे खुलासों और मीडिया में उठ रही चर्चाओं पर सीएम कमलनाथ ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। कमलनाथ ने कहा कि इस खुलासे के सूत्र क्या हैं? दस्तावेज कहां से मिले? उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जल्द ही कई बड़े घोटालों के खुलासे करने जा रही है। ऐसे में इससे ध्यान भटकाने के लिए आयकर छापे की कार्रवाई की जानकारी को सार्वजनिक किया गया है। वही उन्होंने कहा कि सरकार को कोई खतरा नही है।सभी विधायक हमारे साथ है।
दरअसल, आज सीएम कमलनाथ ने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आयकर छापों को लेकर उठते सवालों का जवाब देते हुए कहा कि दस्तावेज और अकाउंट जिनका जिक्र किया जा रहा है, वे कहां से मिले? जिन लोगों के यहां से मिले मैंने उनका चेहरा तक कभी नहीं देखा। उनका मुझसे क्या संबंध है। आने वाले दिनों में भाजपा के दिल-दिमाग में क्या है, सबके सामने होगा। इसीलिए भाजपा केवल ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। छापे में जिन लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, उन्हें मैं नहीं जानता। इससे जुड़े दस्तावेज कैसे सार्वजनिक हुए, इसकी भी जांच होनी चाहिए। लगातार सामने आ रहे बयानों से बीजेपी की सोच उजागर होती है, ये बड़े दुख की बात है। समय आने पर बीजेपी का चरित्र औऱ चेहरा सब सामने आएगा। नाथ ने कहा कि आयकर विभाग के सारे बयान फर्जी हैं। वे खुद बयान देते हैं। वे खुद इसे मीडिया को देते हैं। वे राजनीतिक खेल खेल रहे हैं, तो अच्छा है, इस राजनीतिक खेल का कोई अंत थोड़े ही होने वाला है।
सरकार को कोई खतरा नही
वही बीजेपी द्वारा सरकार गिराने की धमकी पर सीएम कमलनाथ ने दावा किया कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है।,कांग्रेस सरकार को पूरी तरीके से समर्थन हासिल है। 26 तारीख को हमने विधायक दल की बैठक बुलायी थी, उसमें 120 विधायकों ने लिखित में सरकार को समर्थन देने का भरोसा दिलाया है।ऐसे में अगर विपक्ष चाहता है तो वो फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं।
कोई नोटिस नही मिला
वही उन्होंने गाज़ियाबाद में बेटे बकुलनाथ की ज़मीन रद्द होने के सवाल पर कहा कि हमने कोई अतिक्रमण नहीं किया। ये सब राजनैतिक प्रयास हैं। गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी ने कोई नोटिस जारी नहीं किया है।सारा निर्माण कार्य 30 साल पुराना है। ये पूरा मामला राजनीतिक साजिश का हिस्सा है।बता दे कि गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी ने बिजनेस स्कूल IMT गाजियाबाद को मिली 10,841 गज जमीन का आवंटन रद्द कर दिया है। गाजियाबाद नगर निगम में बीजेपी (BJP) के पार्षद राजेंद्र त्यागी की शिकायत पर ये कार्रवाई की गई है। कमलनाथ के छोटे बेटे बकुल नाथ इसकी गवर्निंग काउंसिल के प्रेसिडेंट है।