भोपाल।
हर वित्त वर्ष में प्रत्येक विधायक को विकास कार्यों के लिए 1 करोड़ 85 लाख रुपए की विधायक निधि मिलती है, लेकिन मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सीहोर की बुधनी सीट से बीजेपी विधायक शिवराज सिंह चौहान ने अभी तक अपनी निधि से एक रुपया खर्च नही किया है, शिवराज निधि को खर्च करने में कंजूस साबित हुए है, जबकी जिले के तीन विधायक निधि से ज्यादा पैसा खर्च कर चुके है। शिवराज के एक रुपया भी ना खर्च करने से तो ऐसा लगता है कि उन्हें क्षेत्र के विकास कार्यों से कोई लेना-देना नही, जबकी सत्ता से बाहर होने के बाद से ही कर्जमाफी, विकास कार्यों, कानून व्यवस्था जैसे तमाम बडे मुद्दों को लेकर सरकार की घेराबंदी करते आए है।
जिला योजना एवं सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़े बताते हैं कि आष्टा विधायक रघुनाथ मालवीय ने 79 और इछावर विधायक करन सिंह वर्मा ने 102 विकास कार्यों में अपनी अधिकांश निधि खर्च कर दी। दोनों की निधि में 1-1 लाख रुपए बाकी है। जबकि सीहोर विधायक सुदेश राय ने अब तक 78 विकास कार्य कराए हैं। अभी उनकी निधि में 27 लाख रुपए बचे हैं। वहीं बुदनी विधायक शिवराज सिंह चौहान ने अपनी निधि से अब तक एक भी कार्य की अनुशंसा नहीं की है।उनकी पूरी राशि अभी बकाया है। इसके लिए शिवराज को समय समय पर बजट आने व अनुशंसा के लिए पत्र भी भेजा जा चुका है, लेकिन कोई उन्होंने इस पर कोई सुध नही ली है।जबकी पूरी राशि को एक साल के अंदर खर्च करना जरूरी होता है। खर्च नहीं करने पर बची हुई राशि शासन के खाते में वापस चली जाती है। हालांकि अभी करीब ढाई माह बाकी है।
इतना ही नही स्वेच्छानुदान मद के भी यही हाल है। हर वित्त वर्ष में प्रत्येक विधायक को स्वेच्छानुदान मद के रूप में 15-15 लाख रुपए मिलते हैं। जो लोगों की बीमारी, शिक्षा आदि में सहायता के लिए होते हैं।लेकिन शिवराज ने अभी तक इसमें से भी एक रुपया नही खर्चा है, जबकी सीहोर विधायक 13 लाख 67 हजार, आष्टा विधायक 11 लाख 75 हजार और इछावर विधायक पूरे 15 लाख रुपए खर्च कर चुके हैं।