भोपाल। सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को घटिया गुणवत्ता की ड्रेस वितरित करने एवं ड्रेस के नाम पर फर्जीवाड़ा करने के मामले में राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने शिवपुरी की तत्कालीन कलेक्टर एवं अन्य अफसरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है। ईओडब्ल्यू मुख्यालय ने मामले की जांच के लिए ग्वालियर ईओडब्ल्यू एसपी को शिकायत भेज दी है।
पिछले साल सितंबर माह में शिवपुरी जिले के सरकारी प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों में पढऩे वाले करीब 2 लाख 40 हजार स्कूली बच्चों को ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से 600 रुपए में प्रत्येक बच्चे को जोडी गणवेश उपलब्ध कराने के लिए 14 करोड 40 लाख रुपए का बजट दिया गया था, लेकिन बच्चों की गणवेश के मामले में तत्समय तत्कालीन डीपीसी शिरोमणी दुबे द्वारा घटिया स्तर की गणवेश तैयार कराए जाने का मामला उजागर किया जिसके बाद पूरा मामला प्रदेश भर में सुर्खियों में रहा। अभिभाषक राजीव शर्मा की शिकायत पर आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने तत्कालीन कलेक्टर शिल्पा गुप्ता जो एसआरएलएम की मिशन संचालक थीं व एसआरएलएम के जिला प्रबंधक अरबिंद भार्गव व अन्य के विरुद्ध शिकायत दर्ज कर ली है। हालांकि शिवपुरी में ड्रेस घोटाले का मामला तत्कालीन कलेक्टर शिल्पा गुप्ता से पहले का है। क्योंकि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही की वजह से ड्रेस मामले में स्थानीय स्तर पर जांच की गई थी।