भोपाल। प्रदेश सरकार ने 5 जून से तबादलों से प्रतिबंध हटा दिया है। विभागों में तबादलों की सूची तैयार हो रही हैं। इस बीच कमलनाथ मंत्रिमंडल विस्तार एवं फेरबदल की अटकलों के बीच मंत्री बंगलों पर तबादलों की सिफारिश लेकर आने वाले कार्यकर्ताओं की भीड़ बढ़ गई है। क्योंकि चर्चा है कि मुख्यमंत्री कुछ मंत्रियों से इस्तीफा भी ले सकत��� हैं। ऐसे में तबादलों के लिए मिलने वाले कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ताओं की भीड़ बढ़ गई है।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा जोरों पर है। इस बीच मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले विधायकों के नाम भी चर्चा में है। हालांकि मुख्यमंत्री कमलनाथ की ओर से अभी तक मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर किसी भी तरह के संकेत नहीं दिए हैं। सरकार के प्रवक्ता पीसी शर्मा ने सिर्फ इतना कहा कि मुख्यमंत्री कभी भी मंत्रिमंडल विस्तार का फैसला ले सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी मंत्रियों ने पद छोडऩे की सहमति दे दी है। फैसला मुख्यमंत्री को करना है।
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मंत्री बंगलों से लेकर मंत्रालय तक तबादलों की चर्चा
कमलनाथ सरकार के ज्यादातर मंत्री सरकारी बंगलों में शिफ्ट हो गए हैं। मंत्री बंगलों के बाहर सुबह से लेकर देर शाम तक अच्छी खासी भीड़ दिखाई दे रही है। इनमें से ज्यादातर लोग वे हैं जो तबादलों के लिए आवेदन एवं सिफारिशें लेकर भोपाल आए हैं। यह बात अलग है कि ज्यादातर मंत्री प्रवास पर हैं। यही स्थिति मंत्रालय में है। मुख्यमंत्री सचिवालय से लेकर मंत्रियों के मंत्रालय स्थित कक्षों में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की अच्छी खासी भीड़ है।
इसलिए बढ़ी भीड़
मंत्री बंगलों पर भीड़ अचानक बढ़ी हैं। जिसकी वजह यह है कि हाल ही में मंत्रिमंडल विस्तार के साथ कुछ मंत्रियों को बाहर करने की खबरें भी चर्चा में आई हैं। यही वजह है कि कार्यकर्ता जल्द से जल्द तबादला कराना चाहते हैं। कार्यकर्ताओं की चिंता है कि यदि मंत्री को हटा दिया तो फिर तबादला नहीं हो पाएगा।