भोपाल। केंद्र सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ कांग्रेस राष्ट्र्रीय राजधानी नई दिल्ली में बड़ा प्रदर्शन करने जा रही है। इसमें देश भर से कांग्रेसी दिल्ली पहुंच रहे हैं। मप्र से भी 50 हजार से ज्यादा कांग्रेसियों के दिल्ली ले जाने का लक्ष्य है। जिसमें आधे से ज्यादा कांग्रेसी ग्वालियर-चंबल संभाग से जाएंगे। प्रदेश नेतृत्व ने ग्वालियर-चंबल से आने वाले विधायक एवं मंत्रियों को ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं की भीड़ दिल्ली ले जाने का लक्ष्य दिया है। इसके अलावा अन्य जिलों से भी कांग्रेसियों की भीड़ दिल्ली जाएगी।
मोदी सरकार के खिलाफ होने वाले विरोध प्रदर्शन की तैयारियों को लेकर कांग्रेस के केंद्रीय पदाधिकारी प्रदेश भर में प्रवास कर रहे हैं। पिछले दिनों प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में हुई प्रदेश स्तरीय बैठक में भी सभी जिला एवं संभागीय पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई थी। बैठक में प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया भी मौजूद थे। प्रदेश नेतृत्व की ओर से सभी जिलों के प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। इनके नेतृत्व में जिलों से भीड़ दिल्ली जाएगी। राजधानी भोपाल, इंदौर एवं जबलपुर से कांगे्रसी विशेष ट्रैन से दिल्ली पहुंचेंगे। खास बात यह है कि खर्च की जिम्मेदारी पार्टी ने विधायक, पार्टी नेता एवं मंत्रियों को सौंपी है।
ग्वालियर-चंबल के हर ब्लॉक से जाएगी बस
ग्वालियर-चंबल के जिले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के नजदीक है। इस वजह से प्रदेश नेतृत्व ने इस क्षेत्र से ज्यादा से ज्यादा भीड़ दिल्ली ले जाने का फैसला किया है। बताया गया कि ग्वालियर-चंबल के आठ जिलों के हर ब्लॉक से कार्यकर्ताओं की एक बस भरकर दिल्ली जाएगी। कार्यकर्ताओं को ले जाने की जिम्मेदारी स्थानीय विधायकों केा सौंपी गई है। यहां बता दें कि ग्वालियर-चंबल में कांग्रेस के 34 में से 24 विधायक हैं।
विधायक एवं मंत्रियों को सौंपी जिम्मेदारी
कांगे्रस कार्यकर्ताओं की भीड़ दिल्ली ले जाने की जिम्मेदारी पार्टी ने स्थानीय विधायक एवं मंत्रियों को सौंपी गई है। खास बात यह है कि इसमें किसी भ्ीा तरह की शासकीय एजेंसी, वाहन आदि का उपयोग नहीं किया जाएगा। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पिछले महीने आयोजित बैठक में इसके निर्देश भी दिए थे।