New Year 2021 : नए साल पर कांग्रेस का ज्योतिरादित्य सिंधिया पर वार- सज़ा अभी बाकी है

Pooja Khodani
Published on -
ज्योतिरादित्य सिंधिया

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। 2020 में मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की राजनीति (Politics) में काफी उथलपुथल मची रही।खास करके कांग्रेस के लिए पूरा साल ग्रहण की तरह बीता। एक तरफ ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने बगावत कर विधायकों-मंत्रियों के साथ भाजपा (BJP) का दामन थाम लिया और कमलनाथ सरकार (Kamal Nath Government) गिर गई।वही दूसरी तरफ शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan मुख्यमंत्री बने और बीजेपी ने उपचुनाव (By-election) में बंपर जीत हासिल की।आज 1जनवरी नए साल (New Year 2021) पर इस पूरे घटनाक्रम पर एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर जमकर हमला बोला है।

यह भी पढ़े… सियासी हलचल : कांग्रेस को लगने वाला है बड़ा झटका, 2 विधायक हो सकते है BJP में शामिल

एमपी कांग्रेस (MP Congress) के एक के बाद एक कई ट्वीट किए है। कांग्रेस ने पहले ट्वीट में सिंधिया की घेराबंदी करते हुए लिखा है कि दुनिया के लिये मनहूस 2020, शिवराज और सिंधिया का स्वर्णिम वर्ष रहा।जनता का दुख ही इनका सुख है।बेशक साल बदल गया, लेकिन तीन बातें याद रखना होगा। सिंधिया ने ग़द्दारी की, जनादेश की क़ीमत 35 करोड़ थी, शिवराज सत्ता हवस में लोकतंत्र निगल गये।सज़ा अभी बाकी है।

एमपी कांग्रेस ने आगे लिखा है कि ग़द्दारों सुनो ! सज़ा अभी बाकी है,35 करोड़ का मज़ा अभी बाकी है, पैसा उड़ाकर जनादेश लूटने वालों, मध्यप्रदेश की रजा अभी बाकी है।ख़ुफ़िया रिपोर्ट से हड़कंप मचा हुआ है। ग़द्दार फिर कर सकता है ग़द्दारी..!हालांकि इसमें कांग्रेस ने किस खुफिया रिपोर्ट का जिक्र किया है वो स्पष्ट नहीं है।

वही अगले ट्वीट में कांग्रेस ने किसानों को लेकर शिवराज सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा है कि शिव’राज के कलंक से शुरू हुआ नया साल, किसान (Farmer) ने ख़ुदकुशी (Suicide) की, शव बेचकर बिजली बिल भरने का नोट लिखा।शिवराज जी, भगवान से डरो ! ग़द्दार तो सिर्फ़ विधायक बेचता है, पुण्य कमाने के लिये खुद के कर्मों को ही सुधारना पड़ेगा। शवराज चरम पर है।

 


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News