BHOPAL NEWS : मध्यप्रदेश सरकार से नाराज स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारी महासंघ ने सड़क पर उतरकर विरोध जताने का फैसला किया है। संघ के आव्हान पर आंदोलन किया जाएगा, महासंघ द्वारा प्रदेश के सभी नर्सिंग संवर्ग, पैरामेडिकल ,संविदा कर्मचारी आउटसोर्स, रोगी कल्याण समिति सहित सभी वर्गों की 15 सूत्रीय मांगो को लेकर 11 नवंबर से प्रदर्शन करने जा रहा है।
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का है आरोप
दरअसल प्रदेश के कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त है, महासंघ का आरोप है कि उनके द्वारा शासन और विभाग को फरवरी 2024 से पत्र ज्ञापन देकर अनुरोध किया गया कि शीघ्र ही मांगो का निराकरण किया जाए परंतु विभाग की मनमानी,तानाशाही के चलते जानबूझकर निराकृत नहीं किया जा रहा हे, जिससे कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है।
बनाई आंदोलन की रणनीति
नाराज कर्मियों ने 11 नवंबर से चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत करने का फैसला किया है। पहले तीन दिन काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे इसके बाद दो दिवस अतिरिक्त कार्य करेंगे, 18 नंबर को कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन देंगे और उपमुख्यमंत्री स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा विभाग के निवास पर ज्ञापन देकर चर्चा करेंगे और इसके बाद 25 नवंबर को एक दिवसीय जंगी प्रदर्शन भोपाल में करेंगे, फिर भी मांगो की पूर्ति नहीं हुई तो प्रदेश के 1.50 लाख कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
प्रमुख मांग
1. संविदा नीति 2023 एन एच एम में पूर्ण रूप से लागू की जाय, जिससे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को उसका लाभ मिले। संविदा स्वास्थ्य संवर्ग की वेतन विसंगति दूर की जावे..
2. नर्सेस पर हड़ताल अवधि में की गई कार्रवाई को निरस्त किया जाये, ए एन एम / एम पी डबल्यू का हड़ताल अवधि 23 दिवस का वेतन भुगतान किया जाए..
3. स्वास्थ्य विभाग की भांति ग्वालियर,रीवा मेडिकल कॉलेज दी जा रही उसी प्रकार अन्य सभी मेडिकल कॉलेज में भी नर्सिंग संवर्ग को 3 व 4 वेतनवृद्धि दी जाए…
4. जब तक प्रमोशन नही होते तब तक वरीयता के आधार पर प्रभार दिया जाए ..
5. 70,80,90 और तीन वर्ष की परिवीक्षा अवधि आदेश को निरस्त किया जाए…
6. सातवें वेतनमान का लाभ 2016 से दिया जाए…
7. .चिकित्सकों की भांति अन्य कर्मचारियों को भी रात्रिकालीन भत्ता दिया जाए…
8. संचालनालय स्तर पर सहायक संचालक नर्सिंग के पद पर नर्सिंग केडर को ही वरिष्ठता के आधार पर पदस्थ किया जाए…
9. स्वास्थ्य विभाग में वर्षो से कार्यरत आउट सोर्स ,रोगी कल्याण समिति अंतर्गत कर्मचारियों को स्थाई करने वेतन बढ़ाने हेतु ठोस नीति बनाई जाए…
10.नर्सिंग संवर्ग, फार्मासिस्ट ,रेडियोग्राफर , बायोकेमिस्ट, लेबटेक्नीशियन,नेत्र सहायक , ड्रेसर , सभी वर्ग के टेक्नीशियन आदि सभी संवर्गों की वेतन विसंगति दूर की जावे और पदनाम परिवर्तन किए जाए।