सांसद प्रज्ञा के फिर विवादित बोल, केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय ने किया कार्यक्रम का फेसबुक पेज से वीडियो डिलीट

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Controversial Statement of Pragya Thakur : अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहने वाली भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने फिर एक बार फिर विवादित बयान दिया है। प्रज्ञा केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय अयोध्या में हुए राम जन्मभूमि आंदोलन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘उस वक्त भयंकर कर्फ्यू लग गया था। लोगों ने कहा- नारे मत लगाना, पुलिस पकड़ लेगी। हमने वहीं जोर-जोर से नारे लगाने शुरू कर दिए …जब काटे जाएंगे, तब राम-राम चिलाएंगे।’ केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय ने इस पूरे कार्यक्रम का फेसबुक पर लाइव टेलीकास्ट किया था। मामले पर हंगामा मचने के बाद दोपहर करीब 12 बजे के बाद यूनिवर्सिटी के फेसबुक पेज से वीडियो डिलीट कर दिया गया।

‘लोक परंपरा में श्रीराम’ विषय पर दो दिवसीय (11 जून और 12 जून) संगोष्ठी

दरअसल प्रज्ञा केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के सभागार में ‘लोक परंपरा में श्रीराम’ विषय पर दो दिवसीय (11 जून और 12 जून) संगोष्ठी में शामिल हुई थीं। अपने भाषण के दौरान उन्होंने अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने की घटना का जिक्र किया इसी दौरान वह अपनी रौं में बोलती चली गई, उन्होंने कहा – ‘हम लोगों ने उसे खोद कर हटाया। इसके बाद गारे की दीवार खड़ी की। उसी के ऊपर टेंट लगाया। इन सब में हमारी भूमिका थी, ये हमारा सौभाग्य है। हम उस वक्त पूरी तैयारी के साथ गए थे।’  जैसे ही सांसद प्रज्ञा ने भाषण की शुरुआत की तो उन्होंने जय श्री राम और जय श्री कृष्ण के जयकारे लगवाए। कहा- ‘हमारे जयकारे में संकल्प छिपा है। समझ सको तो समझ लो। मैं राममय हूं। राम के लिए जीती हूं। राम मेरी भक्ति और राम मेरी शक्ति हैं। मैं राम जी के ऊपर क्या बोलूं, मेरा जीवन ही उनसे शुरू हुआ। हमारे राम जी जब वन गए, तो बन गए। राम के कर्म ने उन्हें बना दिया। राम के कर्म ने राष्ट्र को एक किया। राम के लिए 6 दिसंबर को पूरे देश की जनता आई थी।’

 


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Sushma Bhardwaj

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