भोपाल। प्रदेश में जननी एक्सप्रेस का संचालन करने वाली जिगित्सा हेल्थ केयर की मुसीबत बढ़ने वाली है। क्योंकि जननी एक्सप्रेस के नाम पर जिलों में चल रहे फर्जीवाड़े की जांच के लिए स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने जांच के आदेश दिए हैं। मंत्री ने खुलासा करते हुए कहा कि उनके पास ऐसी शिकायत आई हैं कि पिछले कई सालों से सभी जिलों में जनन एक्सप्रेस में बड़ा फर्जीवाड़ा हो रहा है।
मंत्री ने कहा कि जननी एक्सप्रेस चलाने वाली जिगित्सा कंपनी के अफसरों को भी तलब किया है। जिगित्सा कंपनी से 52 जिलों की जननी एक्सप्रेस और 108 की लॉग बुक तलब की है। साथ ही अब प्रदेशभर के सीएमएचओ के हस्ताक्षर होने के बाद ही जननी एक्सप्रेस का पेमेंट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जननी एक्सप्रेस के चालक मरीज को घर पहुंचाने के नाम पर रिश्वत मांग रहे हैं। रिश्वत लेने के बाद भी वह जननी एक्सप्रेस से मरीज को घर पहुंचा रहे हैं। इस संबंध में भी मैंने एक जांच कमेंटी गठित की है। साथ ही प्रमुख सचिव स्वास्थ्य विभाग को भी निर्देश जारी कर दिए है।
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राजस्थान से डीजल भरवा रही जननी एक्सप्रेस
स्वस्थ्य विभाग के अफसरों ने स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि गुना जिले की जननी एक्सप्रेस और 108 किलोमीटर बढ़ाने के चक्कर में राजस्थान के पेट्रोल पंप पर डीजल और पेट्रोल डलवाने जाते हैं। स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने इस संबंध में जांच के आदेश जारी कर दिए है। साथ ही मारकी महू अस्पताल में जननी एक्सप्रेस पिछले एक साल से खड़ी नहीं होती है, जिसकी रिपोर्ट भी सीएमएचओ से तलब करने की बात कही है।
जिगित्सा कंपनी हो सकती है बाहर
जननी एक्सप्रेस में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद सरकार जिगित्सा हेल्थ केयर कंपनी से करार खत्म कर सकती है। ऐसे में कंपनी को कभी भी बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। गुना जिले में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने इस तरह के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिगित्सा कंपनी के अफसर और वेंडर ने कलेक्टर को गुमराह किया है।