भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पीने का साफ पानी आज भी कई लोगों के लिए एक स्वप्न है। ऐसे कई इलाके हैं जहां अब तक स्वच्छ पानी नहीं पहुंचा है। ऐसे में या तो महिलाएं दूर-दूर से पानी लाने के लिए मजबूर है या फिर दूषित पानी पीने से लोग बीमार पड़ रहे हैं। लेकिन तमिलनाड़ू (Tamil Nadu) के एक जिले में इसके लिए बेहतरीन हल निकाला गया है।
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तमिलनाड़ू (Tamil Nadu) के थुथुकुडी जिले में डिजिटल वॉटर कियोस्क (Digital Water Kiosk) शुरू किया गया है। एटीम की तरह कार्ड स्वाइप कर अब ग्रामीण साफ पानी ले रहे हैं। जिले की दो पंचायतों को ये सुविधा मिल रही है। दरअसल यहां के लोग लंबे समय से दूषित पेयजल की समस्या से परेशान थे। महिलाओं को दूर दूर से पीने का पानी लाना पड़ता था और इसके बाद भी यहां के लोगों को अक्सर बीमारियां घेरे रहती थी। इसके बाद भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास और भारतीय तेल निगम ने स्थानीय लोगों की मदद की। वेप्पलोदई में डिजिटल वॉटर कियोस्क स्थापित किया गया और इसके बाद लोगों को बहुत कम भुगतान के साथ पीने के लिए फिल्टर पानी मिल रहा है। इस सुविधा के साथ ही ग्रामीणों को वॉटर प्लान के लिए प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।
डिजिटल वॉटर कियोस्क की सुविधा मिलने के बाद यहां करीब 5 हजार परिवारों को राहत मिली है। यहां का भूजल पीने योग्य नहीं है और इसी कारण लंबे समय से ग्रामीण पेयजल को लेकर परेशान थे। डिजिटल वॉटर कियोस्क सोलर एनर्जी से चलता है और ग्रामीण एक दिन में 400 बर्तन पानी भर सकते हैं। इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास और भारतीय तेल निगम की सहायता की है।
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