भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (Madhyapradesh) में गंदगी हटाओ अभियान (Gandgi Hatao Abhiyaan) की शुरिआत होने जा रही है। प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह (Urban Administration Minister Bhupendra Singh) ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने गंदगी भारत छोड़ो अभियान प्रारंभ किया है जिस अभियान के अंतर्गत एक विशेष अभियान पूरे प्रदेश में 16 अगस्त से लेकर 21 अगस्त तक चलाया गया। जिसमें लगभग 37 लाख लोगों से सीधे संपर्क नगरीय निकाय के कर्मचारियों ने किया। उन्होंने कहा कि गंदगी भारत छोड़ो अभियान पूरे वर्ष भर चलेगा। उन्होंने बताया कि स्वच्छता को लेकर साल भर कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
प्रदेश में आई बाढ़ को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा समीक्षा बैठक की जा रही है। भूपेंद्र सिंह ने बताया कि, यह बात सही है की बाढ़ की वजह से अनेकों नगरीय निकाय में कहीं वाटर सिस्टम तो कहीं पर सीवर सिस्टम प्रभावित हुआ है, जिसका पूरा आकलन नगरी प्रशासन विभाग ने किया है और आज मुख्यमंत्री इस की बैठक कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जो क्षति हुई है उसकी जानकारी आज मुख्यमंत्री के समक्ष रखी जाएगी उसी के आधार पर मुख्यमंत्री द्वारा एक आवश्यक राशि स्थानीय निकायों के लिए जारी की जाएगी।

कांग्रेस के द्वारा प्रदर्शन करने पर नगरीय प्रशासन मंत्री ने कहा, कांग्रेस किसानों के बीच जा नहीं सकती, जनता के बीच जा नही सकती। भूपेंद्र सिंह ने कहा, कांग्रेस सोशल मीडिया पर ही बची है इसके अलावा कांग्रेस मैदान में नहीं है। उन्होंने कहा जब मैदान में नहीं है तो कैसा प्रदर्शन। वहीं दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की बैठक पर कहा की, केंद्रीय नेतृत्व समय-समय पर पार्टी के कार्यक्रमों की समीक्षा करता है। मध्यप्रदेश में आने वाले 27 उपचुनाव की तैयारी की समीक्षा केंद्रीय नेतृत्व करता है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है।
कांग्रेस द्वारा चावल की गुणवत्ता पर उठाए जा रहे सवालो पर कहा की कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। चावल कोई राज्य सरकार के गोदामों से नहीं बटता है, यह तो देश भर में जो उपार्जन होता है एम एस पी के माध्यम से उस में आता है। कई बार हो सकता है कोई लॉट गड़बड़ आता है, उन्होंने कहा ऐसी शिकायत जहां भी होगी तो दूर की जाएगी। प्रदेश में आगामी उपचुनाव पर भूपेंद्र सिंह ने कहा की, भारतीय जनता पार्टी पूरी 27 सीटें जीतने जा रही है प्रत्याशियों का चयन भी राज्य की चयन समिति करती है वह प्रत्याशियों के नामों की अनुशंसा केंद्रीय नेतृत्व को भेजती है केंद्रीय नेतृत्व प्रत्याशियों के नामो की घोषणा करेगा।