चर्चा मे डा. हितेश वाजपेई का हैल्थ एसीएस सुलेमान को ट्वीट,सलूजा की आपत्ति।

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मुस्लिम समाज के विश्व के सबसे बड़े समागम मे से एक इत्जिमा को स्थगित करने की मांग उठी है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता डॉक्टर हितेश वाजपेई ने स्वास्थ विभाग के अपर मुख्य सचिव को ट्वीट कर कोरोना के बढ़ते असर को देखते हुए यह मांग की है।

बीजेपी के वरिष्ठ नेता डॉक्टर हितेश वाजपेई ने एक ट्वीट किया है। इसमे मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान से अनुरोध किया गया है कि” वे विदेशी जमातो से ओमिक्रोम के आगमन की आशंका के प्रकाश में भोपाल इत्जिमा के आयोजन को स्थगित करवाने का विचार करें।” डॉक्टर हितेश वाजपेई ने उदाहरण दिया है कि कोरोना का भारत में आगमन जमातो की ही देन था। ऐसे में अगर इस समय इत्जिमा आयोजित किया जाता है तो जाहिर तौर पर कोरोना फैलने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।

इत्जिमा विश्व भर के मुस्लिम समुदाय का धार्मिक समागम है। इसमे मुस्लिम विद्वान और मौलवियों के व्याख्यान होते हैं। साथ ही इस्लामी जीवन शैली और सिद्धांतों के बारे में बात होती है और अंतिम प्रार्थना की बात जमाते बनाई जाती है जो इस्लाम के बारे में प्रचार के लिए दुनिया भर में यात्रा करती है। अंतिम प्रार्थना के दौरान लगभग दस लाख लोग एकत्र होते हैं और तीन दिन तक लगभग 5 लाख लोग इस समय मैदान में रहते हैं। जाहिर तौर पर इतनी बड़ी संख्या का उपस्थित होना कोरोना फैलाने में सहायक साबित हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर हितेश वाजपेई का मानना है कि इसे फिलहाल स्थगित करना चाहिए क्योंकि देश के साथ-साथ प्रदेश में भी कोरोना फैल रहा है और भोपाल में सबसे ज्यादा मरीज निकल रहे हैं।

वहीं कांग्रेस ने डॉक्टर वाजपेई के मोहम्मद सुलेमान को किए गए ट्वीट पर आपत्ति जताई है कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने डा.वाजपेई से पूछा है कि “किसी भी आयोजन को अनुमति देने का काम सरकार और प्रशासन का होता है ना कि स्वास्थ्य विभाग के पी एस का। वैसे भी प्रदेश में आप की सरकार है, फिर सुलेमान जी से अनुरोध क्यों? क्या धर्म के आधार पर उनसे मांग कर रहे हैं? उस हिसाब से तो आपको यह मांग शाहनवाज हुसैन व नकवी जी से करनी चाहिए।”

चर्चा मे डा. हितेश वाजपेई का हैल्थ एसीएस सुलेमान को ट्वीट,सलूजा की आपत्ति।

वहीं बीजेपी के वरिष्ठ विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी डॉक्टर हितेश वाजपेई द्वारा किए गए ट्वीट का समर्थन किया है। रामेश्वर ने हितेश के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा है कि “संभावित खतरे को देखते हुए डॉक्टर साहब आपके चिन्ता सही है।”

चर्चा मे डा. हितेश वाजपेई का हैल्थ एसीएस सुलेमान को ट्वीट,सलूजा की आपत्ति।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।