भोपाल। दिल्ली के जवाहरलाल यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र कमलेश डोडियार ने झाबुआ से कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया की राह कठिन कर दी है। डोडियार ने भारतीय ट्रायबल पार्टी के बैनर पर नामांकन दाखिल कर दिया है। झाबुआ में सक्रिय जयस ने भी उन्हें समर्थन दे दिया है। इसके अलावा एक और आदिवासी नेता मथियास भूरिया ने भी निर्दलीय नामांकन भरकर कांतिलाल भूरिया की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया पिछला लोकसभा चुनाव भी हार गए थे,लेकिन बाद में उप चुनाव में जीतकर वे संसद पहुंचे थे। इस बार बड़ी संख्या में आदिवासी उनसे नाराज बताए जा रहे हैं। जय युवा आदिवासी संगठन का कांग्रेस का साथ समझौता नहीं हुआ तो नाराज होकर कमलेश डोडियार ने गुजरात के अनाम संगठन भारतीय ट्रायबल पार्टी की ओर से नामांकन दाखिल कर दिया है। गुजरात और राजस्थान में सक्रिय आदिवासी नेता छोटे भाई बसावा की इस पार्टी के गुजरात और राजस्थान में दो-दो विधायक हैं। कमलेश डोडियार को इस संगठन से आर्थिक सहायता मिलने की उम्मीद है। इसका चुनाव चिन्ह आटो भी उन्हें मिलेगा। इससे झाबुआ का यह चुनाव काफी रोचक हो जाएगा।
झाबुआ से ही मथियास भूरिया के निर्दलीय खड़े होने से भी कांतिलाल भूरिया परेशान है। मथियास भूरिया पूर्व विधायक जेवियर मेढ़ा के खास रहे हैं। मेढ़ा कांतिलाल भूरिया का साथ दे रहे हैं, जबकि मथियास उनसे नाराज हैं। भूरिया का प्रयास है कि कैसे भी मथियास को मनाकर बिठाया जाए।