भोपाल। महिला अफसरों की अर्नगल बयानबाजी की वजह से गुना जिला प्रशासन एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार डिप्टी कलेक्टर नेहा सोनी पर अपने वाहन चालक को धमकाने का आरोप है। वे चाहक को यह कहते हुए धमकाती हैं कि ‘ऐसा फंसाऊंगी कि नौकरी करना भूल जाएगा’। चालक ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर अन्य अफसरों तक पहुंचाई है। फिलहाल शिकायत की जांच चल रही है। गुना जिल में महिला अफसरों से जुड़ा यह दूसरा मामला है, जब प्रशासन की किरकिरी हुई है। इससे पहले एसडीएम शिवानी गर्ग ने राजस्व अमले के ग्रुप में संदेश पोस्ट किया था कि एडीएम को दारू, चिकन और अन्य कोई सुविधा पहुंचाई तो कार्रवाई करूंगी।
डिप्टी कलेक्टर नेहा सोनी पर ड्राइवर ने मानसिक प्रताडऩा का आरोप लगाया है। ड्राइवर ने चिट्ठी लिख सीएम हेल्पलाइन में डिप्टी कलेक्टर के खिलाफ शिकायत की है। ड्राइवर द्वारा लिखे गए शिकायती पत्र में मानवीय संवेदनाएं शून्य का भी उल्लेख है। वाहन चालक ओमप्रकाश ने सीएम हेल्पलाइन के अलावा मुख्यमंत्री, सामान्य प्रशासन मंत्री, कलेक्टर आदि को एक शिकायती पत्र भेजा है। जिसमें ड्राइवर ने कहा है कि डिप्टी कलेक्टर नेहा सोनी बीते छह-सात माह से उसको परेशान कर रही हैं। गुना जिले में पदस्थ महिला अफसरों से जुड़ा यह दूसरा मामला है। इससे पहले एसडीएम शिवानी गर्ग ने राजस्व अमले के ग्रुप में संदेश पोस्ट किया था कि एडीएम को दारू, चिकन और अन्य कोई सुविधा पहुंचाई तो कार्रवाई करूंगी। यह मामला उजागर होने पर शासन ने एडीएम का तबादला भोपाल कर दिया था।
नातिन की मौत पर कहा मर जाने दो, देह संस्कार भी नहीं करने दिया
ड्राइवर ने गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा कि जब वो देर रात तक ड्यूटी करने से मना करता है तब मैडम धमकाती है और कहती हैं कि ऐसा फंसाऊंगी कि तू नौकरी करना भूल जाएगा। ड्राइवर ओमप्रकाश का कहना है कि मैं उनसे गुहार करता रहा कि मेरी धर्मपत्नी और नातिन बीमार है, मुझे जल्दी छोड़ दें। लेकिन मुझे सुबह साढ़े नौ से रात्रि सात-आठ बजे तक बैठाए रखती हैं। शिकायती पत्र में लिखा है कि 8 दिसंबर 2018 को मेरी बीमार नातिन की मौत हो गई। मैंने इसकी सूचना उन्हें दी। ड्राइवर ने कहा कि उक्त महिला अधिकारी ने नातिन के मरने की जानकारी होने के बाद भी मुझसे कहा कि अगले दिन आ जाना मुझे इंदौर जाना है, मैंने कहा कि मुझे नातिन का दाह संस्कार करना है तो उन्होंने यहां तक कह दिया कि तेरी नातिन मर गई तो मर जाने दो। उसका क्रियाकर्म उसका पिता कर लेगा। जबकि उक्त बच्ची के माता-पिता सात माह पूर्व ही मर चुके हैं। उन्होंने मेरी एक नहीं सुनी और निलंबित और नौकरी से बर्खास्त करने की धमकी देती रहीं और फिर 10 मई को सस्पेंड भी कर दिया|