भोपाल| एक लाख करोड़ से ज्यादा के ई-टेंडर घोटाले में आरोपी बेंगलुरू की एंटारेस कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट मनोहर एमएन को गिरफ्तार कर लिया गया है| ई-प्रोक्योरमेंट पोर्टल के सर्वर का मेंटनेंस, नेटवर्किंग और हेल्पडेस्क सहित ज्यादातर काम एंटारेस प्रा.लि. बेंगलुरू व टीसीएस के पास था। दोनों कंपनियों के अधिकारियों के पास इनके लॉगइन पासवर्ड और डिजिटल सिग्नेचर थे। लाॅगइन, पासवर्ड और डिजिटल सिग्नेचर लीक होने के संबंध में मनाेहर से पूछताछ की जा रही थी| अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, जल्द ही मामले में बड़े खुलासे हो सकते हैं|
घोटाले की कर्ताधर्ता बैंगलोर की एंटारेस कंपनी दरअसल पंजाब राज्य में ब्लैक लिस्टेड कंपनी है। मध्यप्रदेश में भी जब ई टेंडरिंग के लिए ठेके दिए जाने थे तब यह कंपनी L2 थी। बावजूद इसके एमपीएसईडीसी के अधिकारियों की मेहरबानी के चलते केवल इसे L1 बनाया गया, और इसी ही ठेका दे दिया गया। ईओडब्ल्यू इस तथ्य की भी जांच कर रहा है आखिरकार कैसे नियमों को रद्दी की टोकरी में डाल एंट्रेंस कंपनी पर यह मेहरबानी की गई और इसके पीछे कौन आईएएस अधिकारी जिम्मेदार था। सूत्रों की मानें तो इस मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ईओडब्ल्यू को चालान पेश करने के निर्देश भी दिए थे लेकिन आईएएस अधिकारियों ने इस मामले में खुद मुख्यमंत्री के ऊपर सवाल उठने का डर दिखाकर इस कार्रवाई को टलवा दिया था।