भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की सभी 230 सीटों के लिए 11 दिसंबर को मतगणना होनी है। चुनाव आयोग द्वारा मतगणना की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस बार काउंटिंग के हर राउंड के बाद प्रत्याशियों को रिटर्निंग अॉफिसर द्वारा एक सर्टिफिकेट भी जारी किया जाएगा। इस वजह से नतीजों में थोड़ी देर हो सकती है। हालांकि उम्मीद है कि 12 बजे तक तस्वीर साफ हो जाएगी।
मतगणना कल सुबह आठ बजे शुरु होगी। पहले डाकमतपत्रों की गणना होगी, जिसके बाद ईवीएम मशीनों के मतों की गणना होगी। सभी जिलों के लिए मतगणना संबंधित जिला मुख्यालयों पर होगी। इस बार चुनाव में बुधनी विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, चुरहट से नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, भोजपुर से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी और मंत्री सुरेंद्र पटवा, खुरई से मंत्री भूपेंद्र सिंह, रहली से गोपाल भार्गव, दमोह से जयंत मलैया, भोपाल दक्षिण-पश्चिम से उमाशंकर गुप्ता, सिलवानी से रामपाल सिंह समेत भारतीय जनता पार्टी से कांग्रेस में गए सरताज सिंह की होशंगाबाद सीट से प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है।
मतगणना के संबंध में राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने संवाददाताओं को बताया कि 11 दिसंबर को सुबह आठ बजे से डाकमतपत्रों की गणना होगी। साढे आठ बजे से मशीनों के मत गिने जाएंगे। हर विधानसभा क्षेत्र के मतों की गणना के लिए 14 टेबल लगाई जाएंगी। राजधानी भोपाल की सभी विधानसभा सीटों पर मतगणना के संबंध में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सुदाम खाडे ने मतगणना स्थल पुरानी जेल में व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने आवश्यक निर्देश भी दिए।
इंदौर जिले में मतगणना स्थल में नौ विधानसभा क्षेत्रों के अभ्यर्थियों और अभिकर्ताओ के प्रवेश के लिए जिला प्रशासन द्वारा अलग-अलग रंगों के प्रवेश पत्र जारी किए जा रहे हैं। मतगणना के लिए समूचे प्रदेश में मतगणना स्थलों के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। अनाधिकृत लोगों का मतगणना स्थल पर प्रवेश वर्जित रहेगा। मतगणना स्थलों की ओर का यातायात भी परिवर्तित किया जाएगा। प्रदेश में 28 नवंबर को मतदान के साथ ही सभी प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया था। प्रदेश में कुल पांच करोड़ चार लाख 95 हजार 251 मतदाता हैं। इस बार दो हजार 899 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे थे। राज्य में कुल 75.05 फीसदी मतदान हुआ था।